Anuppur News: स्कूल में नहीं बन रहा मध्यान्ह भोजन, भूखे पेट घर लौट रहे छात्र
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Anuppur News: स्कूल में नहीं बन रहा मध्यान्ह भोजन, भूखे पेट घर लौट रहे छात्र

अनूपपुर के ग्राम कोटमी के प्राथमिक शाला में कई दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है.विद्यालय में खाना बनाने वाली सहयोगी महिला का कहना है कि हमें राशन ही कम मिल रहा है.

Anuppur News: स्कूल में नहीं बन रहा मध्यान्ह भोजन, भूखे पेट घर लौट रहे छात्र

अभय पाठक/अनूपपुर: बच्चों को शिक्षा से जोडऩे के लिए सरकार ने मध्यान्ह भोजन को शामिल किया है. लेकिन जिला अनूपपुर के ग्राम कोटमी के प्राथमिक शाला में कई दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है. यहां व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में कई-कई दिनों तक बच्चो को मध्यान्ह भोजन नहीं मिलता. जिम्मेदार लोगों के ध्यान न देने के कारण स्व-सहायता समूह भोजन व्यवस्था अपनी मर्जी से नियम के खिलाफ चला रहे है. जिससे शासन की जनहितकारी योजनाओं पर पानी फिर रहा है. सरकार का कहना हैं कि हमारे तरफ से मध्यान्ह भोजन की सामग्री भेजने में कोई भी लापरवाही नहीं बरती जा रही है, तो फिर गड़बड़ी कहां से हो रही है. इस मामले में सवालिया निशान लग रहा है.

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दरअसल अनूपपुर गरीब बच्चों के मुंह से निवाला छीना जा रहा है. ऐसा क्यूं हो रहा है जिम्मेदार ही बता सकते हैं. लेकिन जो जिम्मेदार लोग हैं, उन्होंने चुप्पी साध रखी है. वह कुछ भी नहीं कहते न करते है. जिले में सैकड़ों विद्यालय होंगे, जहां मध्यान्ह भोजन नहीं बनता होगा, लेकिन फिर भी यह व्यवस्था को देखने वाला कोई नहीं है, केवल कागजों में सारी व्यवस्था चल रही है.

4 दिनों से नहीं मिला खाना
बता दें कि अभी नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष शिकायत मिलने पर प्राथमिक विद्यालय चोलना का निरीक्षण किया तो पता चला कि वहां पर 4 दिनों से मध्यान्ह भोजन बच्चों को नहीं मिला है और बच्चों से बर्तन धुलवाया जाता है और सब्जी के नाम पर भाजी खिलाई जाती हैं. चावल में कीड़े लग गए हैं. खाने वाली कोई भी सामग्री सही नहीं पाई गई है. गरीब विद्यालय के बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है.

घटिया खाना परोसा जा रहा
इस विद्यालय की जिम्मेदारी पार्वती स्व-सहायता समूहों को देने के बाद भी विद्यार्थी स्कूल से भूखे पेट लौट रहे हैं. पार्वती स्व सहायता समूह के द्वारा कई दिनों से इस तरह की लापरवाही की जा रही है. जिस कारण से विद्यालय में सही तरीके का खाना नहीं बन पा रहा है. स्व-सहायता समूह के लिए मेन्यू केवल दिखावा बनकर रह गया है. सूत्र बताते हैं कि समूह के द्वारा घटिया खाना बच्चों को परोसा जाता है. मेन्यू के अनुसार कभी भी खाना नहीं बना होगा. 

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राशन कम दिया जा रहा 
विद्यालय में खाना बनाने वाली सहयोगी महिला का कहना हैं कि पार्वती स्व सहायता समूह द्वारा राशन कम दिया जा रहा है. इस विद्यालय में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के छात्र -छात्राएं अध्ययनरत है. समूह द्वारा कम राशन देने के कारण बच्चों को अच्छा और भरपूर भोजन नहीं दे पा रहे हैं. राशन कम हो जाने से कभी-कभी भोजन नहीं बन पाता है. जिस कारण से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन नहीं मिल पाता.

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