National Tourism Day 2024: भारत के मध्य में स्थित छत्तीसगढ़ राज्य पर्यटकों को लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है. झरने, हरे-भरे अभ्यारण्य जैसे और भी कई जगह हैं जहां आप अपने छुट्टियों के लिए प्लान कर सकते हैं. आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ के टॉप 6 प्लेस जहां आप इस राज्य की खूबसूरती को नजदीक से निहार सकते हैं.
छत्तीसगढ़ राज्य साल 2000 में मध्य प्रदेश राज्य से अलग होकर एक राज्य बना था. यहां आधे से अधिक आबादी आदिवासियों की हैं. राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है. ऐसे में अगर आप यहां घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ जगहों के नाम यहां दी गई है जिससे आपको आसानी होगी.
अभी 26 से 28 जनवरी तक छुट्टियां होने वाली है तो इस लान्ग वीकेंड में प्लान करके इन जगहों की खूबसूरती का मजा लिया जा सकता है. इन जगहों पर घूमना बेहद आसान और आपके बजट में भी हैं.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आने वाला, राज्य के सबसे खूबसूरत जगहों में सबसे ऊपर आता है. मैनपाट को 'छत्तीसगढ़ का शिमला' भी कहा जाता हैं. यहां का मौसम बहुत खुशनुमा रहता है. यहां कई खूबसूरत जगहें है. जिसमें बौद्ध मंदिर, उल्टा-पानी, टाइगर पॉइंट, जलजली, मेहता पॉइंट, चाय बगान के अलावा कई अन्य स्थान शामिल है. यहां घूमने के लिए प्रदेश के अन्य जिलों से पर्यटक पहुंचते है. वैसे तो मैनपाट में हर समय पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है. अगर आप कही घूमने का प्लान बना रहे हैं तो मैनपाट आपके लिए अच्छा विकल्प बन सकता है.
छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में चित्रकोट जलप्रपात आता है. ये जगदलपुर से 50 किमी दूर बस्तर जिले में आता है. इसे भारत का मिनी-नियाग्रा फॉल्स भी कहा जाता है. ये इंद्रावती नदी से निकलता है जो विंध्य पर्वत श्रृंखला से निकलती है. घने जंगलों के बीच अपना रास्ता बनाते हुए, इस अद्भुत झरने का दृश्य आपका मन मोह लेगा.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 100 किमी दूर, बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य बार और नवापारा गांवों का निवास स्थान है जो जंगलों से घिरा हुआ है. इंडियन बाइसन, गौर को देखने के लिए, इस जगह पर जाया जा सकता है. यह लगभग 150 पक्षी प्रजातियों के साथ-साथ यहां कई हिरणों की प्रजातियां भी देखने को मिलती है.
मां दंतेश्वरी को समर्पित दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा के जगदलपुर शहर से 84 किमी दूर है. मंदिर को बस्तर के राजाओं द्वारा बनवाया गया था. ये भारत के 52 शक्तिपीठ में से एक है. छत्तीसगढ़ के लोगों की मानें तो इन्हें बस्तर राज्य की कुलदेवी कहा जाता है, जो यहां के लोगों की शांति, शक्ति और स्वास्थ्य को बनाए रखती हैं.
छत्तीसगढ़ में कैलाश कुटुमसर गुफाएं राज्य के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती है. ये गुफाएं जगदलपुर नाम के एक छोटे से गांव में स्थित हैं जो कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान से लगभग 35 किमी दूर है. इन गुफाओं में बनी वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करती है.
भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थित एक हजार साल पुराना मंदिर है. यह धार्मिक स्थल भगवान शिव को समर्पित है. छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से विख्यात ईंटों के समूह के ये चार मंदिर अपनी शानदार सुंदरता से पर्यटकों का मन मोह लेते हैं.
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