हंगामेदार हो सकता है छत्‍तीसगढ़ व‍िधानसभा का मानसून सत्र, व‍िपक्ष में बीजेपी के कड़े तेवर
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हंगामेदार हो सकता है छत्‍तीसगढ़ व‍िधानसभा का मानसून सत्र, व‍िपक्ष में बीजेपी के कड़े तेवर

Chhattisgarh monsoon session: बुधवार से शुरू हो रहा छत्‍तीसगढ़ व‍िधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं. टीएस सिंहदेव के एक विभाग से इस्तीफे पर बीजेपी, कांग्रेस को घेरने की मंशा रख रही है. इस सत्र में कांग्रेस की सरकार कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकती है.  

छत्‍तीसगढ़ की व‍िधानसभा.

सत्‍य प्रकाश/रायपुर: छत्‍तीसगढ़ की विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है. टीएस सिंहदेव के एक विभाग से इस्तीफे, बिगड़ती कानून-व्यवस्था, खाद संकट सहित विभिन्न मसलों पर सदन की कार्यवाही हंगामेदार रहने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं. 

27 जुलाई तक चलने वाले है सत्र 
विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है. 27 जुलाई तक चलने वाले सत्र में कुल 6 बैठकें होनी है. जिस मूड में विपक्ष नजर आ रहा है उससे साफ अंदाजा लग रहा है कि सत्र बेहद हंगामेदार रहने वाला है. 

टीएस सिंहदेव का पंचायत मंत्री पद से इस्तीफे पर हो सकती है राजनीत‍ि  
बीजेपी ने सरकार को घेरने की बड़ी तैयारी की है. इस सत्र में सरकार के खिलाफ बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव भी लाने वाली है. बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था, खाद की कमी, हाथियों का उत्पात, टीएस सिंहदेव का पंचायत मंत्री पद से इस्तीफा जैसे विषय पर सरकार को कटघरे में खड़े करने की बीजेपी की तैयारी है. 

सरकार ने बना ली है जवाबी रणनीत‍ि
वहीं सरकार ने भी जवाबी रणनीति बना ली है. मंत्रियों और विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि विपक्ष के आरोपों पर उन्ही के अंदाज और तेवर में पलटवार करना है. 

सरकार कर सकती है कुछ बड़ी घोषणाएं 
सत्र के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विधेयक भी पेश किए जाने है. इस बात के भी आसार है कि सरकार कुछ बड़ी घोषणाएं भी करे. 

दरअसल, कई दिनों ये बातें हो रही थींं क‍ि ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री न बनने का वादा पूरा न करने से टीएस सिंहदेव नाराज थे. पंचायत विभाग से इस्तीफा देने की चर्चाओं ने यह साबित कर दिया है कि आने वाले समय में प्रदेश सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी. अभी सिंहदेव का अगला कदम क्या होगा और बीजेपी इस पर किस तरह का रुख अख्तियार करती है, ये देखने वाली बात होगी. टीएस सिंहदेव के इस कदम की काट सीएम भूपेश बघेल भी मानसून सत्र में ला सकते हैं. 

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