Khalistani Terror: खालिस्तानी आतंक की जड़ खोदने में लगी NIA, पंजाब- हरियाणा में 14 जगहों पर छापेमारी
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Khalistani Terror: खालिस्तानी आतंक की जड़ खोदने में लगी NIA, पंजाब- हरियाणा में 14 जगहों पर छापेमारी

NIA Raids Khalistani Terror: देश में फिर से सिर उठा रहे खालिस्तानी आतंक पर NIA लगातार शिकंजा कस रही है. उसने बुधवार को पंजाब- हरियाणा के 14 शहरों में छापेमारी की.

Khalistani Terror: खालिस्तानी आतंक की जड़ खोदने में लगी NIA, पंजाब- हरियाणा में 14 जगहों पर छापेमारी

NIA raids 10 places in Punjab Haryana: NIA ने अमेरिका के सैन फ्रासिंस्को में भारतीय दूतावास के दफ्तर पर खालिस्तानी हमले मामले में पंजाब और हरियाणा के 14 ठिकानों पर छापामारी की. ये छापेमारी आज सवेरे शुरू की गई थी, जो करीब 8 घंटों तक जारी रही. ये छापेमारी पंजाब के मोगा, जालंधर, लुधिय़ाना, गुरदासपुर, मोहाली और पटियाला में की गई. इसके अलावा हरियाणा के कुरूश्रेत्र और यमुनानगर में भी एजेंसी ने छापेमारी की. 

भारतीय दुतावास में तोड़फोड़ का मामला

इसी साल 19 मार्च और 2 जुलाई को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तानियों (Khalistani Terror) ने भारतीय दूतावास के दफ्तर में तोड़फोड़ और आग लगाने की कोशिश की थी. इतना ही नहीं खालिस्तानियों ने दूतावास के दफ्तर के अधिकारियों को बंद कर उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था. इसी के बाद NIA ने खालिस्तानी साजिश और आतंकियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी. 

खालिस्तानियों की आग लगाने की कोशिश

एजेंसी की जांच के मुताबिक 19 मार्च को खालिस्तानी आतंकी (Khalistani Terror) काउंसलेट के दफ्तर में घुसे और तोड़ फोड़ करके अधिकारियों पर हमले किए. इस हमले से पहले उसी दिन खालिस्तानियों ने दफ्तर पर एक्सप्लोसिव पदार्थ डाल कर आग लगाने की कोशिश भी की थी, जिसमें कामयाब नहीं हो सके. बाद में 2 जुलाई की रात को फिर से कुछ खालिस्तानियों ने दफ्तर में घुस कर आग लगाने की कोशिश की थी, जिसमें दफ्तर को नुकसान पहुंचा था.  

10 आतंकियों की हो चुकी है पहचान

मामला दर्ज करने के बाद एनआईए की टीम जांच के लिए इसी साल अगस्त महीने में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्कों में बने भारतीय दूतावास भी गई थी. वहां पर हमले में शामिल लोगों की जानकारियां जुटाई गई थीं. इस हमले में शामिल 10 आतंकियों (Khalistani Terror) की पहचान भी एजेंसी कर चुकी है और उनकी तलाश की जा रही है. इसके अलावा जो लोग हमले में शामिल थे, उनकी तस्वीरें भी एजेंसी ने जारी की थी ताकि आम लोगों के जरिए हमलावरों तक जल्दी पहुंचा जा सके.

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