Allu Arjun Bail update: अभिनेता अल्लू अर्जुन की जेल से रिहाई शनिवार को हो सकी. तकनीकि खामियों के चलते चंचलगुडा सेंट्रल जेल में उन्हें रात बितानी पड़ी. इससे पहले लोवर कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेजा था. उसके बाद उनके वकीलों ने राहत के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट का रुख किया था.
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Allu Arjun Arrest inside story: फिल्म ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर के दौरान भगदड़ में एक महिला की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन जेल में रात बिताने के बाद शनिवार सुबह जेल से रिहा हो गए. तेलंगाना उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बावजूद अर्जुन को शुक्रवार रात जेल में ही बितानी पड़ी क्योंकि अधिकारियों को देर रात तक जमानत आदेश की प्रति नहीं मिली थी. अल्लू अर्जुन के वकील अशोक रेड्डी ने चंचलगुडा जेल के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘उन्हें रिहा कर दिया गया है.’
पुलिस घर से उठाकर ले गई
अल्लू-अर्जुन की जिस सुपरस्टार के दुनियाभर में आज करोड़ों फैंस हैं. वो सुपरस्टार अल्लू अर्जुन आज खुद सुर्खियों में हैं. लेकिन इस बार वजह उनकी कोई ब्लॉकबस्टर फिल्म नहीं, बल्कि पुलिस की गिरफ्त में उनकी मौजूदगी रही. पर्दे पर तो पुष्पा नहीं झुका नहीं, लेकिन असली जिंदगी में कानून के सामने उसे सिर झुकाना पड़ा. अब सबके मन में यही सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि पुलिस सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को बेडरूम से उठाकर ले गई.
'पुष्पा' की गिरफ्तारी की INSIDE STORY
जब अल्लू अर्जुन CM रेवंत रेड्डी का नाम भूल गए...
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी की इनसाइड स्टोरी में एक एंगल और जुड़ा. दरअसल उनकी गिरफ्तारी की खबर आने के दौरान अल्लू अर्जुन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. वो वीडियो पुष्पा की सक्सेस मीट का था.
दरअसल 5 दिन पहले पुष्पा फिल्म की सक्सेस मीट का आयोजन हुआ था. इस दौरान अल्लू अर्जुन विशाल स्टेज पर तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी का नाम भूल गए थे. इसे प्रदेश के मुखिया के सम्मान से जोड़कर देखा गया और कहा गया कि अल्लू के नाम भूलने की वजह से उन्हें परेशान किया गया. हालांकि ज़ी न्यू़ज़ ऐसी कथित अटकल से जुड़ी खबरों की पुष्टि नहीं करता है.
कहा जा रहा है कि तेलंगाना में भले ही बीआरएस की सत्ता बदल गई, लेकिन तेलुगु फिल्म उद्योग का सबसे बड़ा स्टेक अभी भी रेवंत रेड्डी के बजाय केसीआर के हाथों में है. ज्यादातर फिल्मी सितारे या अन्य हस्तियां केसीआर के दोस्त हैं. 2014 तक फिल्म इंडस्ट्री चंद्रबाबू नायडू के हाथ में थी. आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद 2014 में बीआरएस के सत्ता में आने के बाद पहले एक साल में फिल्म इंडस्ट्री के संबंध राज्य सरकार के साथ अच्छे नहीं थे. लेकिन एक साल बाद कई फिल्म अभिनेता, निर्माता तत्कालीन सीएम केसीआर के बेटे केटीआर के करीब हो गए और यह सिलसिला 2024 तक जारी रहा.
रेवंत रेड्डी के सीएम बनने के बाद अब भी ज्यादातर लोग केटीआर का ही समर्थन कर रहे हैं. इस कथित पॉलिटिकल वेंडेटा की बात करें तो रेवंत रेड्डी ने सबसे पहले फिल्म अभिनेता नागार्जुन के एन कन्वेंशन को ध्वस्त कर दिया और आरोप लगाया कि उन्होंने 3 महीने पहले झील पर कब्जा करके इसे बनाया है. उसके बाद कांग्रेस सरकार में मंत्री के सुरेखा ने सामंथा और केसीआर के खिलाफ टिप्पणी की है. BJP नेता टी राजा ने भी अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को गलत ठहराया है.
समर्थकों का जताया आभार
घर पहुंचने के बाद अल्लू अर्जुन ने अपने प्रशंसकों और देश भर के अन्य लोगों को उनके प्यार एवं समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं तथा कानून का सम्मान करते हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैं उनके साथ सहयोग करूंगा और जो भी जरूरी होगा वो करूंगा तथा सबसे महत्वपूर्ण बात मैं एक बार फिर परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहूंगा. यह (एक महिला की मौत) बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.’
अर्जुन ने कहा कि जब यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी तब वह अपने परिवार के साथ फिल्म देख रहे थे. अल्लू अर्जुन के घर पहुंचते ही कई फिल्मी हस्तियां उनके आवास पर पहुंचीं, जिनमें फिल्म निर्माता डग्गुबाती सुरेश और उनके बेटे राणा, विजय देवरकोंडा और निर्देशक सुकुमार शामिल रहे.
अपनी गिरफ्तारी पर 42 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा है और उसका सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब कानून अपना काम कर रहा है, तो मुझे इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, इसलिए मुझे इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए. कानूनी दृष्टिकोण से मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहूंगा.’
अर्जुन ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए कठिन समय है. चार दिसंबर की रात ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान अभिनेता की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक संध्या थिएटर में उमड़ पड़े थे. उसी दौरान भगदड़ मचने से 35 वर्षीय महिला रेवती की मौत हो गई थी और उनका आठ वर्षीय बेटा घायल हो गया था.
हैदराबाद पुलिस ने महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 और 118 (1) के तहत चिक्कड़पल्ली थाने में मामला दर्ज किया है.
मृतक के परिवार को सहयोग देने की बात दोहराते हुए अभिनेता ने कहा कि वह पिछले 20 वर्षों से फिल्म देखने के लिए सिनेमाघरों में जा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने मृतक महिला के परिवार को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की थी.
जेल से निकलकर अभिनेता अल्लू अर्जुन सीधे अपने पारिवारिक प्रोडक्शन हाउस गीता आर्ट्स पहुंचे और वहां कुछ समय बिताया. घर पहुंचने पर वह बेटे, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों से गले मिले. सूत्रों ने बताया कि अर्जुन सुबह करीब पौने सात बजे जेल से बाहर आए. अशोक रेड्डी ने आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों ने उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मिलने के बावजूद अभिनेता को रिहा नहीं किया.
रेड्डी ने कहा, ‘आपको सरकार और विभाग से पूछना चाहिए कि उन्होंने आरोपी को रिहा क्यों नहीं किया. उच्च न्यायालय का आदेश बहुत स्पष्ट है. जैसे ही आपको (जेल अधिकारियों को) आदेश प्राप्त होता है, उन्हें तुरंत रिहा करना होता है. स्पष्ट आदेश के बावजूद उन्होंने रिहा नहीं किया, उन्हें जवाब देना होगा. यह एक अवैध हिरासत है. हम कानूनी कदम उठाएंगे.’ उनके अनुसार, अर्जुन को जेल में ‘विशेष श्रेणी के कैदी’ के तौर पर रखा गया था.
अल्लू अर्जुन को शुक्रवार सुबह उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद अर्जुन को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. हालांकि, उनके वकीलों ने उच्च न्यायालय का रुख किया और अल्लू अर्जुन को अंतरिम जमानत मिल गई. इस बीच, पुलिस ने अभिनेता की रिहाई के बाद उनके प्रशंसकों की भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए उनके शहर स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी.