Russia-Ukraine War: यूक्रेनी सेना की गोली का शिकार हुआ हैदराबाद का अफसान, एजेंट ने धोखे से कराई थी रूस की आर्मी में भर्ती
Advertisement

Russia-Ukraine War: यूक्रेनी सेना की गोली का शिकार हुआ हैदराबाद का अफसान, एजेंट ने धोखे से कराई थी रूस की आर्मी में भर्ती

Hyderabad News: रूस-यूक्रेन युद्ध में एक भारतीय ने अपनी जान गंवाई है. गौर करने वाली बात यह है कि हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद अफसान को एजेंट ने धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराया था. युद्ध क्षेत्र में वह यूक्रेनी सेना का शिकार हो गया.

Russia-Ukraine War: यूक्रेनी सेना की गोली का शिकार हुआ हैदराबाद का अफसान, एजेंट ने धोखे से कराई थी रूस की आर्मी में भर्ती

Hyderabad News: रूस-यूक्रेन युद्ध में एक भारतीय ने अपनी जान गंवाई है. गौर करने वाली बात यह है कि हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद अफसान को एजेंट ने धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराया था. युद्ध क्षेत्र में वह यूक्रेनी सेना का शिकार हो गया. भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने फैसल खान की मौत की पुष्टि की है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रूस में भारतीय युवकों को जबरदस्ती युद्ध में झोंका जा रहा है.

धोखे से रूसी सेना में भर्ती

रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि फैसल खान नाम के शख्स ने तीन हैदराबादियों समेत कम से कम 20 भारतीय युवकों को धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराया है. इस सभी युवकों को रूसी सैनिकों के हेल्पर के रूप में तैनात किया गया. बता दें कि रूस-यूक्रेन सीमा पर डोनेट्स्क क्षेत्र में हवाई हमले में गुजरात के 23 वर्षीय हेमिल अश्विनभाई मंगुकिया के मारे जाने के बाद 30 वर्षीय मोहम्मद अफसान मरने वाले दूसरे भारतीय हैं.

बिना ट्रेनिंग के युद्ध में झोंका

सूत्रों के मुताबिक मोहम्मद अफसान के भाई मोहम्मद इमरान को किसी शख्स ने कॉल कर बताया कि अफसान की मौत हो गई है. कॉल करने वाले ने खुद को भारतीय दूतावास का अधिकारी बताया था. रूस में जिन युवकों को सेना में भर्ती किया गया था, उन्हें आश्वासन दिया गया था कि वे युद्ध के मैदान में नहीं होंगे. इसके बावजूद इन युवकों को बिना किसी ट्रेनिंग के युद्ध के मैदान में भेज दिया गया.

भारतीयों को रूसी सेना से निकालने का प्रयास जारी

याद दिला दें कि 26 फरवरी को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत, रूसी सेना में सभी भारतीयों को शीघ्र छुट्टी दिलाने के लिए प्रयास कर रहा है. कई भारतीयों को पहले ही छुट्टी दे दी गई है. इस बीच सात और युवकों ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर कहा है कि रूसी सेना उन्हें यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर कर रही है.

Trending news