जन्नत में सूरज का तांडव! सामान्य तापमान से 4-5 डिग्री ऊपर, अगले एक हफ्ते तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं
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जन्नत में सूरज का तांडव! सामान्य तापमान से 4-5 डिग्री ऊपर, अगले एक हफ्ते तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं

Kashmir : अगर आप कश्मीर-हिमाचल-उत्तराखंड जैसे हिल स्टेशन आकर गर्मी से बचने की योजना बना रहे हैं तो आप के हाथ निराशा लग सकती हैं, क्योंकी कश्मीर भी हीट वेव से वंचित नहीं है तापमान सामान्य से पांच डिग्री ऊपर है.

 

Kashmir

Heatwave in Kashmir : क्या आप कश्मीर को पहाड़ी इलाका समझ कर बर्फीली हवाओं को महसूस करने के लिए और देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी से बचने के लिए कश्मीर आने की योजना बना रहे हैं, तो आप निराश हो सकते हैं. मैदानी इलाकों की गर्मी से बचने के लिए कश्मीर आने वाले पर्यटकों को आसमानी गर्मी की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. कश्मीर मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि यह स्थिति 29 मई तक जारी रहेगी.

MET का अनुमान है, कि इसका मुख्य प्रभाव उत्तरी कश्मीर के काजीगुंड, पहलगाम, वेरीनाग कुकरनाग के हिस्सों में होगा और बाकी कश्मीर घाटी में भी तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. तापमान इस बार सामान्य से लगभग 5 डिग्री ज्यादा तक जा सकता है और यह गर्मी की स्थिति अगले 4-5 दिनों तक जारी रहेगी, जिसमें भीषण गर्मी की संभावना है. यह अनुमान है कि कश्मीर के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री ज्यादा रहेगा.

राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं

मुख्तार अहमद कश्मीर निर्देशक MET ने कहा; अभी जम्मू कश्मीर में ड्राई मौसम है कश्मीर में भी ड्राई मौसम है जम्मू में पहले हॉट एंड ड्राई स्थिति थी अब दो तीन दिनों से हीट वेव चल रही है अगले एक हफ्ते तक मौसम बदले गा नहीं हीट वेव रहेगी. वैली में भी कल 30 डिग्री के आस पास था श्रीनगर में और departures लगभग 5-6 यहां मैदानी इलाकों में था हीट वेव मापदंड के हिसाब से यहां भी है. फिलहाल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है.

कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम, गुलमर्ग, मुगल गार्डन कोकरनाग वीरिनाग में इस समय तापमान सामान्य से ऊपर है. आज ( 22 मई ) श्रीनगर में तापमान 30.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा है और मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यह 36 डिग्री तक जा सकता है.

 

कश्मीर में आये पर्यटकों को कश्मीर में तापमान में आसमानिक वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें ऐसा नहीं लग रहा कि वे कश्मीर जैसे हिल स्टेशन पर हैं, जहां मई-जून में आम तौर पर लोग शाम को ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, कई पर्यटक ऊनी कपड़ों के साथ आए थे, लेकिन वे किसी काम के नहीं है.

 

पर्यटकों ने क्या कहा 

पर्यटक पीयूष जगदाप ने कहा, कि कश्मीर में आकर जो गर्मी का एहसास हमें हो रहा है वो पिछले साल नहीं था चार पांच दिन से यहां गर्मी बहुत ज्यादा है जो सोच कर आए थे की यहां ठंडक होगी वो नहीं है.  पर्यटक सौध अली ने कहा, कि जम्मू कश्मीर में हम पहली बार आए हैं यहां आकर हमें पता चला है की यहां गर्मी भी होती है हमने सुना था कि यहां गर्मी नहीं होती खुशनुमा मौसम होता है सर्दी का मौसम होता है, हम उसी का लुत्फ उठाने आये थे. अप्रैल के मध्य में कश्मीर में भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड देखी गई और मई के मध्य में ही आम कश्मीरी भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं.

पर्यटक सारा सूथ ने कहा, कि हम लोग यहां घूमने आए है हम बहुत सारे वूलेन लेकर आये थे यह समझ कर की यहां ठंड होगी स्नोफाल भी होगा मगर यहां अच्छी खासी गर्मी है मतलब हमे वूलेन की कोई जरूरत नहीं पड़ी. चार पांच दिन से बहुत ज्यादा गर्मी है हमे लग नहीं रहा है की हम भोपाल में नहीं है. इस असामान्य बदलाव का सामना करते हुए प्रशासन ने “हीटवेव एक्शन” प्लान बनाया है ताकि मानव जीवन प्रभावित न हो. हीटवेव का मानव स्वास्थ्य पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह का प्रभाव हो सकता है.

 

गर्म तापमान से स्वास्थ्य को खतरा 

लोगों को गर्म तापमान के संपर्क में आने के कारण बीमारी और मृत्यु का खतरा बड सकता है, कमजोर लोग, जैसे कि बचे, बुजुर्ग व्यक्ति और बीमारियों से पीड़ित लोग का गर्मी की लहर के दौरान स्वास्थ्य जोखिम में पड सकता हैं.

 

हीट वेव एक्शन प्लान के तहत, सरकार ने विभागों और नोडल अधिकारियों को नामित किया है जो प्रभावित व्यक्तियों की सहायता या सहायता के लिए संसाधन, जैसे कि कार्मिक, आवश्यक सेवाएं और सामग्री प्रदान करेंगे. प्रशासन ने निवासियों से आग्रह किया है कि वे सतर्क रहें और गर्म मौसम की इस अवधि के दौरान अपने स्वस्थ की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतें.

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