UPSC Exam पास कर खुश थी लड़की, जब सच्चाई आई सामने तो मांगनी पड़ी माफी; जानें पूरा मामला
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UPSC Exam पास कर खुश थी लड़की, जब सच्चाई आई सामने तो मांगनी पड़ी माफी; जानें पूरा मामला

Ramgarh Divya Pandey viral story: मानवीय चूक की वजह से परिवार में खुशियों का माहौल था जमकर मिठाइयां बांटी गई थीं. खुद दिव्या पांडे ने मीडिया से कहा था कि आइएएस (IAS) बनने का ख्वाब 10वीं क्लास से ही मन में पाल रखा था. इसलिए माता-पिता के साथ-साथ अपना सपना भी पूरा किया है.

UPSC Exam पास कर खुश थी लड़की, जब सच्चाई आई सामने तो मांगनी पड़ी माफी; जानें पूरा मामला

Family apologizes for claming Divya Pandey cracking UPSC: पहली बार में सिविल सेवा परीक्षा पास करने का दावा करने वाली दिव्या पांडे (24) के परिवार ने गलत जानकारी देने के लिये शुक्रवार को जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) से माफी मांगी है. क्योंकि नतीजों की खबर वायरल होने के बाद दोनों जगह से दिव्या को सम्मानित किया गया था.

'अनजाने में हुई गलती'

इसके अलावा परिवार ने मीडिया से भी माफी मांगी और कहा कि यह 'अनजाने में हुई गलती' है. दिव्या पांडे (24) की ओर से माफी मांगते हुए उनके परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों ने कहा कि वास्तव में दक्षिण भारत की दिव्या पी परीक्षा में सफल हुई थीं.

दोस्त के फोन से हुई गलतफहमी

दिव्या पांडे की बड़ी बहन प्रियदर्शनी पांडे ने कहा कि उनकी बहन को उत्तर प्रदेश में उनके दोस्त ने सूचित किया था कि उन्होंने UPSC में 323वां रैंक हासिल किया है और 'हमने यूपीएससी की वेबसाइट पर परिणाम की जांच करने की कोशिश की, लेकिन इंटरनेट काम नहीं कर रहा था. यह अनजाने में हुई गलती थी.'

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सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड (CCL) के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बिना किसी कोचिंग के स्मार्ट फोन और इंटरनेट की मदद से पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास करने के परिवार के दावों के बाद दिव्या पांडे के पिता को सम्मानित किया, जो CCL के सेवानिवृत क्रेन ऑपरेटर हैं.

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झूठे दावे करने का इरादा नहीं था: परिवार

इन दावों की मीडिया में खूब चर्चा हुई. अपने कार्यालय में दिव्या पांडे को सम्मानित करने वाली रामगढ़ की डिप्टी कमिश्नर माधवी मिश्रा ने इसे 'मानवीय गलती' करार दिया है. परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि फर्जी खबर फैलाने या झूठे दावे करने का उनका कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा कि सच्चाई का पता लगाने के बाद दिव्या दिल्ली के लिए रवाना हो गई है. दिव्या झारखंड के रामगढ़ जिले के चित्तरपुर ब्लॉक के अंतर्गत रजरप्पा कॉलोनी की रहने वाली है.

कौन हैं दिव्या पांडेय?

रामगढ़ जिला के रजरप्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत सीसीएल रजरप्पा के रिटायर्ड क्रेन ऑपरेटर जगदीश पांडे की सुपुत्री दिव्या पांडे ने आईएएस (IAS) बनने के लिए UPSC की तैयारी की थी. उनके पास होने की खबर आने के बाद पूरे रामगढ़ में खुशी की लहर थी. आपको बता दें कि दिव्या की प्रारंभिक परीक्षा डीएवी रजरप्पा से हुई है. रांची विमेंस कॉलेज से बीबीए पास करने के बाद UPSC की तैयारी में जुट गई थीं. बिना किसी कोचिंग के वो यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुई थीं. बता दें कि दिव्या पांडे दो बहनों ओर एक भाई में सबसे छोटी हैं.

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