Delhi Finger Surgery: अब फिर लड्डू बना सकेगा बंटू! कट गई थी इंडेक्स फिंगर, डॉक्टरों ने पैर की उंगली से दूसरी बना दी
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Delhi Finger Surgery: अब फिर लड्डू बना सकेगा बंटू! कट गई थी इंडेक्स फिंगर, डॉक्टरों ने पैर की उंगली से दूसरी बना दी

Delhi RML Hospital Surgery News: हादसे में एक हलवाई की उंगलियां बुरी तरह जख्मी हो गई थीं. दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दिया है.

Delhi Finger Surgery: अब फिर लड्डू बना सकेगा बंटू! कट गई थी इंडेक्स फिंगर, डॉक्टरों ने पैर की उंगली से दूसरी बना दी

Delhi Index Finger Surgery: 28 साल का बंटू अब फिर से लड्डू बना पाएगा! एक हादसे में उसकी तीन उंगलियां बुरी तरह जख्मी हो गई थीं. मशीन में लड्डू बनाते समय उंगलियां फंस गई थीं. बीच वाली उंगली तो पूरी तरह कट चुकी थी. दिल्ली में एक दशक से भी ज्यादा वक्त गुजार चुके बंटू को लगा कि उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई. घर में तीन बच्चे हैं, कमाने वाला इकलौता वह एक. अब बंटू RML अस्पताल के डॉक्टरों का शुक्रिया अदा करते नहीं थकता. करे भी क्यों न... डॉक्टरों ने उसकी उंगलियां लौटा दी हैं. तर्जनी को तो डॉक्टरों ने बाएं पैर के अंगूठे का इस्तेमाल करते हुए फिर से बना दिया. बंटू ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, 'केवल मेरे दाएं हाथ का अंगूठा और छोटी वाली उंगली चल रही थी. मशीन में लड्डू बना रहा था, तीन उंगलियां उसमें फंस गई थीं. लेकिन डॉक्टरों ने मुझे उम्मीद दी है कि मैं कुछ महीनों में काम पर वापस लौट सकता हूं. बड़ा भरोसा मिला है.' 

डॉक्टरों ने तैयार की नई इंडेक्स फिंगर

बंटू मंडावली के एक गोदाम में लगी नई मशीन से लड्डू बना रहा था. डॉक्टरों के मुताबिक, उसके दाएं हाथ को बड़ी गंभीर चोटें आई थीं. TOI रिपोर्ट के अनुसार, बीच वाली उंगली पूरी तरह निकल चुकी थी. अंगूठे के बाद सबसे अहम मानी जाने वाली तर्जनी भी कट गई थी. हाथ कुछ करने लायक नहीं रह गया था. सर्जरी करने वाले डॉक्टर, प्रोफेसर राम मोहन ने कहा कि मरीज की तर्जनी और अनामिका में कोई हलचल नहीं थी, मध्यमा उंगली काट कर निकाल दी गई. हाथ की चार उंगलियों में इंडेक्स फिंगर की भूमिका सबसे अहम होती है. मजबूत पकड़ के लिए तर्जनी जरूरी है. बंटू अपने दाएं हाथ कुछ काम कर सके, उसके लिए तर्जनी को बचाना जरूरी था. ऐसे में डॉक्टरों ने उंगली को री-कंस्ट्रक्ट करने का फैसला किया.

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RML अस्पताल में बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड, डॉ मनोज कुमार झा ने सर्जरी की बारीकियां समझाईं. उनके मुताबिक, बाएं पैर की दूसरी उंगली का इस्तेमाल कर मरीज की तर्जनी उंगली बनाई गई. छह घंटे चलने वाली यह सर्जरी 9 अप्रैल को की गई थी. मरीज की हालत ठीक है. उसे 10 दिन निगरानी में रखने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. प्रोफेसर मोहन के मुताबिक, 'हड्डियां ठीक से जुड़ी हैं या नहीं, इसकी जांच छह हफ्ते बाद की जाएगी. सब कुछ ठीक रहा तो फिजियोथेरेपी शुरू की जाएगी. डॉ झा ने कहा कि बंटू फिजियोथेरेपी के बाद फिर से काम शुरू कर सकता है.

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