गोल्ड मेडलिस्ट नवीन की रुचि को देख पिता ने 3 साल में ही लंगोट पहनाकर उतार दिया था अखाड़े में
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गोल्ड मेडलिस्ट नवीन की रुचि को देख पिता ने 3 साल में ही लंगोट पहनाकर उतार दिया था अखाड़े में

कॉमनवेल्थ गेम्स में सोनीपत के गांव पुगथला के पहलवान नवीन ने जीता पाकिस्तान के पहलवान ताहिर को 9-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. इस जीत के बाद उनके परिजनों ने गांव में मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया.

गोल्ड मेडलिस्ट नवीन की रुचि को देख पिता ने 3 साल में ही लंगोट पहनाकर उतार दिया था अखाड़े में

राजेश खत्री/सोनीपत: सोनीपत के गांव पुगथला के पहलवान नवीन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता है. उन्होंने पाकिस्तान के पहलवान ताहिर को हराकर गोल्ड मेडल जीता है. उन्होंने पाकिस्तान के पहलवान मोहम्मद शरीफ ताहिर को 9-0 से हराकर गोल्ड जीता. उनकी इस जीत पर उनके परिवार ने पूरे गांव में लड्डू और मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया. जीत के बाद उनका पूरा गांव उनके घर आने का इंतजार कर रहा है. 

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उनके परिजनों और ग्रामीणों ने पूरा मैच टीवी पर देखा और जैसे ही वो कोई प्वाइंट जीतते तो उनका घर तालियों से गूंज उठता. उनके मैच जीतने पर सबने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया. जी मीडिया ने जब पुगथला गांव में पहलवान के घर पर जाकर परिवार से बात की तो उनके पिता ने बताया कि उनका साधारण सा परिवार है और खेती कर अपना गुजर बसर करते हैं. वह उनके लिए रोजाना 10 किलोमीटर अपने बेटे को दूध देने के लिए जाते थे. उन्होंने बताया कि नवीन के बड़े भाई प्रवीन भी पहलवान हैं. अपने भाई की पहलवानी को देखते देखकर नवीन को भी पहलवानी का शौक हुआ, इसके बाद पिता ने नवीन को भी ट्रेनिंग के लिए भेज दिया. 2016 में उनके बड़े भाई प्रवीन का नेवी में चयन हो गया. इसके बाद प्रवीन के साथ-साथ नवीन भी नेवी की टीम के साथ प्रशिक्षण लेने लगा. इस दौरान उसने कई राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण जीता. हाल ही में नवीन ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था. उनके पिता ने बताया कि जब वह 3 साल का था तभी उसको कपड़े का लंगोट बनाकर पहनाया था.

वहीं उनकी मां गुणवती ने बताया कि बेटे ने काफी संघर्ष कर इस मुकाम को हासिल किया है और उनका बेटा भविष्य में भी देश के लिए मेडल जीतता रहेगा.

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