दिल्ली से था सुषमा स्वराज का गहरा नाता, 1998 में बनीं थी मुख्यमंत्री
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दिल्ली से था सुषमा स्वराज का गहरा नाता, 1998 में बनीं थी मुख्यमंत्री

सुषमा पहली बार दिल्ली के रास्ते लोकसभा पहुंची थीं. पार्टी ने उन्हें 1996 के लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कपिल सिब्बल को पराजित किया था. 

मार्च 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने फिर से सुषमा स्वराज को दक्षिणी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा था.

नई दिल्ली: हरियाणा के अंबाला से राजनीतिक सफर शुरू करने वाली सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात निधन हो गया है. उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली. हरियाणा से राजनीतिक सफर शुरू करने वाली सुषमा का दिल्ली से काफी गहरा नाता था. अटल बिहारी वाजयेपी जब केंद्र की सत्ता में आसीन थे, उस वक्त सुषमा स्वराज दक्षिणी दिल्ली से सांसद चुनी गईं और केंद्रीय मंत्री का पद संभाला. केंद्रीय मंत्री का पद और सांसद कार्यभार संभालने के दौरान सुषमा ने दिल्ली की नब्ज को टटोलना शुरू किया और 1998 में दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. 

दिल्ली के रास्ते से ही लोकसभा पहुंची थीं सुषमा
सुषमा पहली बार दिल्ली के रास्ते लोकसभा पहुंची थीं. पार्टी ने उन्हें 1996 के लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कपिल सिब्बल को पराजित किया था. उन्हें 13 दिनों की वाजपेयी सरकार में सूचना व प्रसारण मंत्री बनाया गया था.

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अजय माकन को दी मात
मार्च 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने फिर से उन्हें दक्षिणी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा. वह कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को हराकर दूसरी बार लोकसभा पहुंचीं और उन्हें एक बार फिर से सूचना व प्रसारण मंत्री की जिम्मेदारी दी गई. इसके साथ ही उन्हें दूरसंचार विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. इसी साल उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बना दिया गया.  

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दक्षिणी दिल्ली से दो बार सांसद रहने और सीएम की कुर्सी संभालने के बाद सुषमा स्वराज के नेतृत्व में दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा. हालांकि बीजेपी दोबारा सत्ता में आने में नाकामयाब ही रही. 53 दिनों तक दिल्ली की सत्ता संभालने के बाद वह केंद्र की सियासत में वापस लौट गईं. विधानसभा चुनावों में शिकस्त मिलने के बाद बेशक से सुषमा स्वराज दोबारा केंद्र की राजनीति का रूख कर लिया, लेकिन दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने नाता नहीं तोड़ा. वह अक्सर दिल्ली के नेताओं के साथ बैठक करते हुए नजर आती थी. इसके साथ सुषमा ने दिल्ली में कई राजनेताओं के लिए प्रचार भी किया.

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