राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की वजह से 3 स्टूडेंट्स की मौत का मामला सड़क से संसद तक पहुंच गया है. दिल्ली की सड़कों पर बीजेपी प्रदर्शन कर रही है, वहीं दूसरी ओर संसद में बीजेपी के अलावा कांग्रेस और सपा ने सवाल उठाए हैं.
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी कर रहे 3 स्टूडेंट्स की मौत के बाद एमसीडी जाग चुका है. रविवार को 13 कोचिंग सेंटर सील करने के बाद एमसीडी ने सोमवार को राजेंद्र नगर के कोचिंग के आसपास के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया. इसके साथ ही इस मुद्दे पर दिल्ली में बीजेपी के अलावा आप भी प्रदर्शन कर रही है. यह मुद्दा सड़क से लेकर संसद तक पहुंच चुका है और संसद के दोनों में यह मुद्दा जमकर गूंज रहा है. लोकसभा में सोमवार को विभिन्न दलों के सदस्यों ने कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 स्टूडेंट्स की मौत का मुद्दा उठाते हुए मामले की व्यापक जांच कराने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग केंद्र सरकार से की.
बांसुरी स्वराज ने आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार
सांसदों ने दिल्ली में नालों की सफाई नहीं होने और विभिन्न निर्माण और सुरक्षा मानकों के कथित उल्लंघन के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया. लोकसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्य बांसुरी स्वराज ने कोचिंग संस्थान के जलमग्न तलघर में डूबने से छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा, 'कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में नाले का पानी भर जाने से तीन छात्रों को अपनी जान गंवानी पड़ी. दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों ने जान गंवा दी. एक दशक से आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में है लेकिन दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही.' बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली जल बोर्ड भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हैं, लेकिन राजधानी में नालों की सफाई नहीं हुई है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने का अनुरोध किया.
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबकर हुई थी 3 छात्रों की मौत
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि इस घटना में मारे गए छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल में एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में की गई है.
केवल आर्थिक मदद से कुछ नहीं होगा: शशि थरूर
कांग्रेस सदस्य शशि थरूर ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इन छात्रों के परिवारों को मुआवजा देना अपेक्षित है, लेकिन केवल आर्थिक मदद से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'यह निःसंदेह शर्मनाक है. इन युवाओं के सपने चकनाचूर हो गए हैं और उनके परिवारों की उम्मीदें खत्म हो गई हैं. यह देश और उसके भविष्य के लिए बेहद दुखद है.' शशि थरूर ने भी निर्माण के बुनियादी नियमों, अग्नि सुरक्षा मानकों आदि के कथित उल्लंघन का मुद्दा उठाते हुए सरकार से मांग की कि व्यापक जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं घटें.
कोचिंग सेंटर्स के मानय तय हों: पप्पू यादव
बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सदस्य राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि इस घटना में मृत छात्रा तान्या बिहार की रहने वाली थी. उन्होंने सरकार पर देश में कोचिंग संस्थानों के लिए मानक तय नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने भी घटना की जांच की मांग की.
क्या बुलडोजर चलाएगी सरकार: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना दर्दनाक है और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश की सरकार ऐसे मामलों में जिम्मेदार लोगों पर बुलडोजर चलाती है. सरकार बताए कि क्या यहां भी बुलडोजर चलेगा?'
कांग्रेस के हिबी इडन ने कहा कि छात्रों की मौत के मामले में कोचिंग संस्थान प्रबंधन और दिल्ली नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा चलना चाहिए.
जूनियर इंजीनियर बर्खास्त, सहायक इंजीनियर निलंबित
ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर की इमारत के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के संबंध में दिल्ली नगर निगम (MCD) के एक जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त और एक सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है. एमसीडी आयुक्त अश्वनी कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी. यह कार्रवाई करोल बाग जोन के रखरखाव विभाग के अधिकारियों के खिलाफ की गई है.