ब्रिगेडियर उस्मान और अंसारी परिवार के रिश्ते झूठे? कैसे CM योगी ने एक तीर से साधे दो निशाने
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ब्रिगेडियर उस्मान और अंसारी परिवार के रिश्ते झूठे? कैसे CM योगी ने एक तीर से साधे दो निशाने

Ansari Family News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार के उस दावे को खारिज कर दिया.. जिसके बाद अफजाल अंसारी फिर दावा कर रहे हैं कि उनके परिवार का नाता ब्रिगेडियर उस्मान से है. आइए सच्चाई समझ लेते हैं.

ब्रिगेडियर उस्मान और अंसारी परिवार के रिश्ते झूठे? कैसे CM योगी ने एक तीर से साधे दो निशाने

Brigadier Usman Ansari Family: ब्रिगेडियर उस्मान और मुख्तार अंसारी के पारिवारिक रिश्ते पर सीएम योगी के बयान ने सियासी माहौल में गर्मी ला दी है. रविवार को आयोजित एक चुनावी जनसभा को सीएम आदित्यनाथ ने गाजीपुर के सैदपुर में संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुख्तार अंसारी और उनके परिजन का ब्रिगेडियर उस्मान से अपने रिश्ते के दावों को झूठा करार दिया. योगी ने कहा कि गाजीपुर का माफिया परिवार झूठ बोल रहा है.

माफिया परिवार का ब्रिगेडियर उस्मान से कोई संबंध नहीं

असल में अपने भाषण में सीएम योगी मुख्तार अंसारी के परिवार की ओर से किए गए दावों को झूठा करार दे दिया. योगी ने कहा कि माफिया परिवार का ब्रिगेडियर उस्मान के परिवार से कोई संबंध नहीं है. जो ऐसा कहता है, वह कोरा झूठ बोलता है. यहां का भी माफिया है. जब अपने काले कारनामों को छिपाने की जगह नहीं मिलती तो कहता है हम ब्रिगेडियर उस्मान के परिवार से हैं. इस माफिया परिवार का ब्रिगेडियर उस्मान से कोई संबंध नहीं है. इससे कोरा झूठ कोई नहीं हो सकता है. कोई नहीं हो सकता है.

 इस रिश्ते की असली कहानी

मुख्तार अंसारी के परिवार की ओर से ब्रिगेडियर उस्मान से रिश्ता बताया जाता है ऐसे में ज़ी मीडिया इस रिश्ते की असली कहानी जानने के लिए पहुंच गई मऊ. ब्रिगेडियर उस्मान मऊ के बीबीपुर गांव के रहने वाले थे. ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के शौर्य के किस्से आज भी भारतीय सेना में नजीर के तौर पर बताए और सुनाए जाते है. उन्‍हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.ऐसे में ज़ी मीडिया की टीम उनके पैतृक गांव की हवेली पर पहुंची जहां पता चला कि उनके परिवार में एक बेटी और एक बेटा है जो विदेश में रहते है.

खून का या सीधे सीधे रिश्ता नहीं.. 

इसी दौरान हवेली में 60 साल से केयरटेकर बने मंगरु ने बताया कि अंसारी परिवार से बिग्रेडियर का कोई रिश्ता नही था बस 10 साल पहले से मुख्तार और अफजाल शहीद दिवस के मौके पर आना शुरू किए थे लेकिन हवेली पर वो या उनकी माता जी कभी नही आई. ज़ी मीडिया की रिश्तों को लेकर पड़ताल यही नही रुकी हवेली के बगल में रहने वाले लोगो से भी जब रिश्तों के बारे में पूछा गया तो सभी ने साफ कहा कि ऐसा कोई रिश्ता खून का या सीधे सीधे रिश्ता नही.

अंसारी परिवार की ओर से ब्रिगेडियर उस्मान को मुख्तार अंसारी का नाना बताया जाता है ऐसे में ज़ी मीडिया ने अपनी पड़ताल जारी रखी और हवेली के ही एक हिस्से में पिछले 50 साल से ज्यादा रह रही महिलाओं से अंसारी परिवार और बिग्रेडियर उस्मान के रिश्तों पर बातचीत की तो यहां पर भी कुछ ऐसा ही जवाब मिला.

बिग्रेडियर की वीरता को देखते हुए ही उन्हें ''नौशेरा का शेर'' कहा जाता है. विभाजन के बाद पाकिस्तान कि तत्कालीन सरकार ने उन्हें पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष बनने का ऑफर दिया था जिसे ब्रिगेड उस्मान ने ठुकरा दिया था.ऐसे में ज़ी मीडिया की टीम ने गांव के दो और बुजुर्गों से अंसारी परिवार और बिग्रेडियर उस्मान के परिवार की असली कहानी जाननी चाही जिसके बाद दोनो बुजुर्गों ने भी बताया कि अंसारी परिवार का बिग्रेडियर उस्मान के परिवार का खून का कोई रिश्ता नही था

अंसारी परिवार का दावा खारिज

ब्रिगेडियर उस्मान और मुख्तार अंसारी के पारिवारिक रिश्ते पर सीएम योगी के बयान ने सियासी माहौल में गर्मी ला दी और यही वजह है कि भाजपा का हर नेता अब इस रिश्ते को झूठा करार दे रहा है. शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में गाजीपुर के गौरवशाली इतिहास का जिक्र किया था. गाजीपुर के मैगर सिंह, शिवपूजन राय, रामउग्रह पांडेय, वीर अब्दुल हमीद के साथ ही उन्होंने ब्रिगेडियर उस्मान का भी जिक्र किया था जिसके बाद अब रिश्तों को अंसारी परिवार के दावों पर सवाल खड़े हो गए है.

योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अंसारी परिवार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि अंसारी परिवार का ब्रिगेडियर उस्मान से कोई नाता नहीं था. 
जबकि अंसारी परिवार का दावा है कि महान ब्रिगेडयर उस्मान उनके परिवार के हैं.. वो उनके नाना थे. 

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के शौर्य के किस्से आज भी भारतीय सेना में नजीर के तौर पर बताए जाते है. महावीर चक्र से सम्मानित ब्रिगेडियर उस्मान के घर में अब 60 साल से उनके केयरटेकर मंगरू रहते हैं, वो खुद सच्चाई बता रहे हैं कि अंसारी परिवार से बिग्रेडियर का कोई नाता नहीं था. मंगरु, केयरटेकर का कहना है कि अंसारी परिवार से बिग्रेडियर का कोई रिश्ता नही था बस 10 साल पहले से मुख्तार और अफजाल शहीद दिवस के मौके पर आना शुरू किए थे लेकिन हवेली पर वो या उनकी माता जी कभी नही आई. ब्रिगेडियर उस्मान की बेटी और बेटा विदेश में हैं. फिर भी यहां रहने वाले लोग अंसारी परिवार का दावा खारिज करते हैं. (मऊ से विशाल रघुवंशी के साथ ब्यूरो रिपोर्ट)

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