बारला की बगावत से बंगाल में बीजेपी की धुक-धुक! टीएमसी में शामिल हो सकते हैं ये बड़े नेता
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बारला की बगावत से बंगाल में बीजेपी की धुक-धुक! टीएमसी में शामिल हो सकते हैं ये बड़े नेता

BJP John Barla To Join TMC? पश्चिम बंगाल की राजनीति में जॉन बारला को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा उम्मीदवार के रूप में बारला ने अलीपुरद्वार से 2019 के आम चुनावों में तृणमूल के दशरथ टिर्की को हराया था और उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था. लेकिन उसके बाद राजनीति का रंग बदला और अब बीजेपी के लिए एक तरह की बुरी खबर सामने आई है. जानते हैं पूरा मामला.

 

बारला की बगावत से बंगाल में बीजेपी की धुक-धुक! टीएमसी में शामिल हो सकते हैं ये बड़े नेता

John Barla: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता जॉन बारला ने कहा कि वह 23 जनवरी को अलीपुरद्वार में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक में शामिल होंगे, जिससे उनके सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. पिछले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट नहीं दिए जाने के बाद से बारला अलग-थलग हैं. अलीपुरद्वार के ‘सुभाषिनी टी एस्टेट’ मैदान में तृणमूल अध्यक्ष की बैठक में शामिल होने के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर बारला ने बुधवार को कहा, ‘‘ममता बनर्जी राज्य की संरक्षक हैं.

बीजेपी से नहीं हई सुलह?
अगर मुझे उत्तर बंगाल के विकास के लिए काम करना है, तो यह उनके (ममता) नेतृत्व में संभव हो सकता है. देखें कल क्या होता है.’’ बारला ने इससे पहले भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार जैसे राज्य के नेताओं के साथ सुलह की चर्चाओं को खारिज कर दिया था. बारला 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद से पार्टी की गतिविधियों में भाग नहीं ले रहे थे, जिसके बाद बारला से मिलने के लिए मजूमदार उनके आवास पर गए थे. भाजपा उम्मीदवार के रूप में बारला ने अलीपुरद्वार से 2019 के आम चुनावों में तृणमूल के दशरथ टिर्की को हराया था और उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था. उन्होंने उत्तर बंगाल को अलग राज्य बनाकर बंगाल के बंटवारे की वकालत की थी.

मैं सांसद होता तो नहीं हारती बीजेपी
तृणमूल ने बारला की कड़ी आलोचना की थी और उनकी टिप्पणियों से भाजपा नेतृत्व ने खारिज कर दिया था. पत्रकारों के पूछे जाने पर मजूमदार ने कहा, ‘‘हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते कि वह (बारला) क्या योजना बना रहे हैं... कोई भी टिप्पणी करने से पहले इंतजार करिए और देखिए क्या होता है.’’ मादारीहाट सहित छह विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद बारला ने यह भी कहा था कि ‘‘अगर मैं (अलीपुरद्वार से) सांसद होता तो भाजपा विधानसभा सीट नहीं हारती.’’

पार्टी से हो गए थे नाराज
2019 में लोकसभा सीट जीतने वाले बारला उस समय नाराज हो गए थे, जब पार्टी ने 2024 के चुनावों में अलीपुरद्वार से टिकट नहीं दिया. उनकी जगह मनोज तिग्गा को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था, इस चुनाव में तिग्गा को ​जीत मिली. इसके बाद से बारला ने बीजेपी से दूरी बनाना शुरू कर दी. इसके बाद चर्चा थी कि वह टीएमसी में शामिल हो सकते हैं.

बीजेपी पर लगाया धोख देने का आरोप
बारला जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट ब्लॉक के लखीपारा चाय बागान से आते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने डुआर्स में आदिवासी आबादी को धोखा दिया है. 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा नागराकाटा विधानसभा क्षेत्र (उनके गृह निर्वाचन क्षेत्र) में 45,000 वोटों से आगे थी, जबकि 2024 में यह टीएमसी से लगभग 3,500 वोटों से पीछे थी. यह दर्शाता है कि आदिवासी लोगों ने भाजपा का समर्थन करना बंद कर दिया है. इनपुट भाषा से भी

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