Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है. हालांकि उनका कहना है कि महायुति के अन्य दलों के साथ अच्छे संबंध जारी रहेंगे.
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Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अब निकाय चुनाव में महायुति की पार्टियां अलग-अलग नजर आ सकती हैं. इसका इशारा खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया है. पार्टी के राज्य सम्मेलन में मौजूद एक भाजपा विधायक का कहना है कि फडणवीस ने कहा कि भाजपा नगर निकाय चुनावों में अकेले उतरने की संभावना है. मुख्यमंत्री ने मई महीने में निकाय चुनाव होने की संभावना जाहिर की है.
विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बावजूद निकाय चुनाव में भाजपा ने अकेले मैदान में उतरने का इरादा बनाया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी कार्यकर्ताओं समेत सभी मंत्रियों और पदाधिकारियों से इस बारे में साफ कह दिया है कि भाजपा निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी. हालांकि इस दौरान वे महायुति के अन्य दल (एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी) के खिलाफ प्रतिकूल टिप्पणी करने से बचें.
मीटिंग में शामिल होने वाले विधायक के हवाले से पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं को कहा गया है कि महायुति का गठन व्यापक हित में किया गया है. पार्टी भले ही अकेले निकाय चुनाव लड़ सकती है लेकिन उन्हें अपने सहयोगियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने हैं. इसी प्रोग्राम में बोलते हुए कंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि भाजपा संसद, विधानसभा के बाद अब नगर निकायों पर भी शासन करेगी.
इससे पहले विपक्षी गठबंधन महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) में भी इसी तरह की बात कही गई है. विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद शिवसेना उद्धव ठाकरे ने भी निकाय चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है. साथ ही एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं. उद्धव ठाकरे की शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि उनकी पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव अलग से लड़ेगी. इस ऐलान के बाद कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) को बड़ा झटका लगा.
महाराष्ट्र में 29 नगर निगम, 257 नगर परिषद, 26 जिला परिषद और 289 पंचायतों के चुनाव मई महीने में होने की उम्मीद है. निकाय चुनावों में OBC रिजर्वेशन को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है, जिसके चलते चुनाव आयोग चुनाव नहीं करवा पा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि जनवरी महीने के आखिर तक सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आदेश आने का अनुमान है.