रामगढ़ एसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद जब उसे रामगढ़ लाया गया तो उसने यहां आकर 9 कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. शिव शर्मा बिहार राज्य के बेगूसराय जिला अंतर्गत मंझौली ओपी के चीरिया बरियारपुर का रहने वाला है.
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रांचीः झारखंड और बिहार राज्य में आतंक के रूप में प्रसिद्ध अमन श्रीवास्तव गिरोह का मुख्य अपराधी शिव शर्मा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसको पकड़ने के लिए झारखंड राज्य की एटीएस की टीम और रामगढ़ पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत की. कुमार शिवेंद्र उर्फ शिव शर्मा उर्फ राजू शर्मा अमन श्रीवास्तव गिरोह का सक्रिय शूटर है. इस बात की जानकारी गुरुवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामगढ़ एसपी पियूष पांडे ने दी. उन्होंने बताया कि शिव शर्मा पटना में छुपकर काफी दिनों से रह रहा था. एटीएस की टीम और रामगढ़ पुलिस को जब इसकी भनक लगी तो संयुक्त रूप से छापेमारी शुरू की गई और पटना में उसे दबोचा गया.
अमन श्रीवास्तव गैंग का मुख्य शूटर है शिव
रामगढ़ एसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद जब उसे रामगढ़ लाया गया तो उसने यहां आकर 9 कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. शिव शर्मा बिहार राज्य के बेगूसराय जिला अंतर्गत मंझौली ओपी के चीरिया बरियारपुर का रहने वाला है. जिसे विस्तृत पूछताछ हेतु मांडू लाया गया था. शिव शर्मा ने पुलिस को बताया कि वह अमन श्रीवास्तव गैंग का मुख्य शूटर है. वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों के बेस कैंप पर उसने बम से भी हमला किया था उसका मुख्य उद्देश्य था कि वह ठेकेदारों से लेवी वसूल सके.
कई दर्दनाक वारदातों को अंजाम दे चुका है शिव शर्मा
रामगढ़ एसपी ने बताया कि शिव शर्मा के पास से तीन मोबाइल और एक एटीएम बरामद किया गया है. शिव का एक बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है. वह मांडू, पतरातु, रांची के लालपुर, घोसी, कोतवाली थाना, धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. उसने जितने भी अपराध किए हैं वह सभी अपराध रंगदारी वसूलने के लिए किए गए थे. अपने गैंग का वर्चस्व बढ़ाने के लिए उसने सुशील श्रीवास्तव के मुख्य शूटर रहे राजा सिंह की गया जिले में गर्दन काट कर हत्या कर दी थी. इसके अलावा बेगूसराय में पांडे गिरोह के सदस्य रहे दिलीप गुप्ता की भी उसने हत्या की थी. पलामू जिले के पांकी में भी जीतू गुप्ता की उसमें हत्या कर दी थी. जीतू गुप्ता का संबंध भी पांडे गिरोह से रहा था. रामगढ़ में पांडे गिरोह और श्रीवास्तव गिरोह का अपना एक वर्चस्व पहले से कायम था. उन दोनों को नुकसान पहुंचा कर अपने गैंग को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने की योजना शिव शर्मा ने बनाई थी.
रिपोर्टः झूलन अग्रवाल
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