Nitish Kumar News: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरों पर हैं. सबसे ज्यादा गहमागहमी बिहार में देखने को मिल रही है. प्रदेश में दल-बदल का दौर शुरू हो चुका है. इस वक्त सबसे ज्यादा फोकस में बाहुबली नेता आनंद मोहन हैं. जेल से रिहा होने के बाद आनंद मोहन एक बार फिर से राजनीतिक पारी शुरू करने की सोच रहे हैं. राजद से नाराज होकर आनंद मोहन अब नीतीश कुमार के संपर्क मे हैं. नीतीश कुमार भी दिल खोलकर उनका स्वागत कर रहे हैं. मुख्यमंत्री भले ही कांग्रेस के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे हों लेकिन पूर्व सांसद आनंद मोहन के कार्यक्रम में जाना नहीं भूले.
मुख्यमंत्री शुक्रवार (27 अक्टूबर) को पूर्व सांसद के गांव पंचगछिया पहुंचे. यहां सीएम ने आनंद मोहन के दादा स्वतंत्रता सेनानी राम बहादुर सिंह एवं चाचा पद्मानंद सिंह ब्रह्मचारी की मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति जो भी करना है करते रहिए, लेकिन हमारा रिश्ता दूसरा है, इसलिए हम अपना रिश्ता बनाके रखे हैं. आपको जो मन करे कीजिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैशाली लोकसभा से आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद 1994 से 1996 तक सांसद रहीं. इनका हम लोगों ने समर्थन किया था और वो जीत गई थीं. 1995 से हम लोग साथ आ गए. इसके बाद अलग होकर आंदोलन चला रहे थे, लेकिन यहां की समस्या की बात कर रहे थे.
अब इस बात की भी खूब चर्चा है कि आनंद मोहन जेडीयू ज्वाइन कर सकते हैं. खबरों के मुताबिक, दिवाली के करीब ये फेरबदल देखने को मिल सकता है. हालांकि, कुछ दिनों पहले ही उनके बेटे अंशुमान आनंद ने इस बात को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि मेरे भाई (चेतन आनंद) राजद से विधायक हैं और वो राजद में ही रहेंगे. मां भी राजद में रहेंगी. लेकिन आनंद मोहन ने जिस तरह से राजद सांसद मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोला था और उसके बाद राजद नेताओं ने जिस तरह से आनंद मोहन पर बयानबाजी की थी. उससे ये बातें दिख नहीं रही हैं.
अक्टूबर महीने में नीतीश कुमार और आनंद मोहन की ये दूसरी मुलाकात है. इससे पहले आनंद मोहन 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पहुंचे थे. इस दौरान दोनों के बीच में एक लंबी बातचीत हुई थी. दूसरी ओर नीतीश कुमार का रुख भी स्पष्ट नजर नहीं आ रहा है. वो इन दिनों बीजेपी नेताओं से ज्यादा मिल रहे हैं और महागठबंधन के साथियों को इग्नोर कर रहे हैं. इससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि 5 राज्यों का चुनाव रिजल्ट काफी कुछ क्लियर कर देगा. अगर इन राज्यों में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया तो फिर बिहार में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है.