सेहत के हिसाब से हमारे लिए फल अच्छे हैं, या इसका जूस. आज हम आपकी यह चिंता भी दूर कर देंगे, और आपको बताएंगे कि आपकी सेहत के लिए आखिर क्या फायदेमंद है. इसे चीज को समझने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट रिद्धि खन्ना ने सारी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि फल या फिर उसका जूस, क्या आपके लिए जरूरी है, यह संदेश लोगों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है. हमें फलों से फाइबर मिलता है, मगर यह हमें तभी मिलेगा, जब हम फलों का जूस पीने के बजाय साबूत फल खाएंगे.
फलों में मौजूद फाइबर हमारे पाचन संबंधी रोगों के लिए बेहद खास होता है. इसके आलावा फलों से विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स मिलता है.
उन्होंने कहा कि जूस के मुकाबले फल हमारी बॉडी में शुगर के लेवल को सही बनाए रखने में मदद करते हैं. इसके साथ ही यह वजन कम करने में भी मदद करते हैं. जूस के बारे में उन्होंने कहा कि जब फलों का जूस बना दिया जाता है, तो उसमें मौजूद सभी पोषक तत्वों के अलावा फाइबर भी उसमें से गायब हो जाता है.
वहीं पैक्ड जूस को लेकर न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा कि बाजार से खरीदें गए पैक्ड जूस में शुगर की मात्रा बेहद अधिक होती है, जो आपकी हेल्थ के लिए नुकसानदायक होती है. इसमें मौजूद कैलोरी की अधिक मात्रा आपका वजन बढ़ा सकती है. इसके साथ ही इसमें मौजूद प्रीजर्वेटिव्स सेहत की लिए हानिकारक होते है.
डिहाइड्रेशन होने पर क्या लेना चहिए, इस पर रिद्धि खन्ना ने कहा कि जब आपको ऐसा महसूस हो, तो ऐसे में फल और उसका जूस दोनों ही लिए जा सकते हैं. दोनों इस समय शरीर पर अपने-अपने तरीके से काम करते हैं. मगर फाइबर की मात्रा की बात करें, तो यह जूस से गायब रहती है, मगर जूस डिहाइड्रेशन में काफी हद तक मदद कर सकता है.
न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा कि अगर आप वजन कम करने की जर्नी पर हैं, तो आप जूस पीने की बजाय फलों का सेवन करें. साथ ही कहा कि पैक्ड जूस से अपने आप और अपने परिवार वालों को दूर रखें.
इनपुट: आईएएनएस
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