'लालू को 22 और नीतीश को 20 महीने के लिए राहुल की दादी ने डाला था जेल में,' जेपी नड्डा ने बिहार के CM को याद दिलाया इतिहास
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'लालू को 22 और नीतीश को 20 महीने के लिए राहुल की दादी ने डाला था जेल में,' जेपी नड्डा ने बिहार के CM को याद दिलाया इतिहास

बिहार के पटना में विपक्षी एकता को लेकर हो रही राजनीतिक दलों की बैठक को लेकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोला है.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार के पटना में विपक्षी एकता को लेकर हो रही राजनीतिक दलों की बैठक को लेकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोला है. उन्होंने कहा नीतीश कुमार निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की वजह से ही वो 20 महीनों तक जेल में थे. 

जेपी नड्डा ने साधा निशाना

बिहार मे चल रही विपक्ष की बैठक पर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने CM नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा,  'आज मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि ये विपक्षी बिहार में गलबहियां कर रहे हैं, लेकिन ये भूल गए कि लालू प्रसाद यादव को राहुल गांधी की दादी ने 22 महीने के लिए जेल में डाला था. जबकि नीतीश कुमार 20 महीने के लिए जेल की सलाखों के पीछे थे. आज पटना की धरती पर जब मैं राहुल गांधी का स्वागत करते हुए इनकी तस्वीरें देखता हूं तो लगता कि राजनीति में क्या से क्या हो गया.

 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी बोला हमला 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि आज कांग्रेस की छत्रछाया में कुछ ऐसे नेता एकत्र होंगे जिन्होंने आपातकाल के समय में लोकतंत्र की हत्या का नजारा स्वयं देखा था. भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कांग्रेस की हालत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सार्वजनिक तौर पर यह घोषित कर दिया है कि कांग्रेस अकेले नरेंद्र मोदी को हराने में नाकाम है और उन्हें सहारे की जरूरत है. उन्होंने अन्य विपक्षी दलों पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि आज वे नेता एकत्र हो रहे हैं जो स्वयं मोदी के सामने विफल हैं.

राहुल गांधी पर साधा निशाना साधते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि ताकत अब महल से निकलकर जनता के पास आ गई है. इसलिए जो लोग सिर्फ अपनी विरासत पर राजनीतिक घमंड करते हैं, आज उनको चल कर उन लोगों के सामने जाना पड़ता है, जिनको एक दिन आपातकाल के समय उन्होंने जेल की सलाखों के पीछे छोड़ा था. लेकिन गए भी तो कहां गए जो लोग एक पुल नहीं बना सकते हैं वह डेमोक्रेटिक ब्रिज क्या खाक बना पाएंगे?

(इनपुट एजेंसी के साथ)

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