सुल्तानगंज पुल ढहने की पहली तारीख अप्रैल 2022, जबकि सुल्तानगंज पुल ढहने की दूसरी तारीख जून 2023 थी. एक अन्य पोस्टर में उनकी हंसी उड़ाते हुए कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पानी के नीचे पुल बनाने वाले व्यक्ति हैं.
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पटना: कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को शहर में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर लगाने के लिए भाजपा की आलोचना की. बिहार सीएम के पोस्टरों को लेकर शिवकुमार ने बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस तरह कि हरकत हमारी दोस्त भाजपा कर रही है क्योंकि नीतीश कुमार उनके लिए बड़ा खतरा हैं.
पोस्टर लगाकर असल में वे उन्हें पब्लिसिटी दे रहे हैं. कांग्रेस इन सभी ताकतों से लड़ने के लिए तैयार है. वे कायरों की तरह ऐसा कर रहे हैं. कुमार कर्नाटक की राजनीति को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं. सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन के खिलाफ एक मंच बनाने के लिए आयोजित विपक्षी दलों की बैठक के कुछ घंटों बाद सोमवार देर रात बेंगलुरु में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने वाले पोस्टर और बैनर सामने आए थे. नीतीश कुमार को अस्थिर प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताने वाले पोस्टर हेब्बल इलाके के पास चालुक्य सर्कल और विंडसर मैनर ब्रिज तथा एयरपोर्ट रोड के पास लगे थे.
इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने पर भी उनकी आलोचना की गई. पोस्टर में उनके शासनकाल में बिहार में पुल टूटने की घटनाओं का भी उल्लेख किया गया है. सुल्तानगंज पुल ढहने की पहली तारीख अप्रैल 2022, जबकि सुल्तानगंज पुल ढहने की दूसरी तारीख जून 2023 थी. एक अन्य पोस्टर में उनकी हंसी उड़ाते हुए कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पानी के नीचे पुल बनाने वाले व्यक्ति हैं. सुल्तानगंज पुल ढहने की तस्वीर वाले पोस्टर भी लगाए गए. रिपोर्ट के अनुसार नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में से एक हैं और उन्होंने इस घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
गठबंधन नेताओं के स्वागत के लिए आईएएस अधिकारियों को तैनात करने पर पूर्व सीएम कुमारस्वामी और भाजपा की आलोचना पर टिप्पणी करते हुए शिवकुमार ने कहा, ''कांग्रेस सत्ता में है और प्रोटोकॉल के अनुसार अधिकारियों को तैनात किया जाता है.''
इनपुट- आईएएनएस
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