सीवान पुल मामले में डीएम ने दिए जांच के आदेश, जांच में जुटी टीम
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सीवान पुल मामले में डीएम ने दिए जांच के आदेश, जांच में जुटी टीम

Bihar News: प्रशासन ने किसी भी तरह के खतरे को टालने के लिए ध्वस्त हुए पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया. इसके साथ ही दंडाधिकारी और पुलिस बल को मौके पर तैनात करने आदेश दिया गया है, ताकि इस ध्वस्त पुल पर कोई आवागमन ना कर सकें.

सीवान पुल मामले में डीएम ने दिए जांच के आदेश, जांच में जुटी टीम

सीवान: महाराजगंज अनुमंडल के दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत के गोरौली गांव स्थित गंडक नहर पर बना पुल आज अचानक ध्वस्त हो गया. अब इस मामले को लेकर जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. सीवान डीएम मुकुल कुमार गुप्ता के आदेश पर एक जांच टीम का गठन किया गया है. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम को मामले की जांच करने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद जांच टीम में शामिल डीसीएलआर और ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी मौके का जायजा लेने पहुंचे. जांच टीम के अधिकारियों ने पुल गिरने के सभी कारणों की जांच करते हुए लोगों से जानकारी ली है.

जानकारी के लिए बता दें कि प्रशासन ने किसी भी तरह के खतरे को टालने के लिए ध्वस्त हुए पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया. इसके साथ ही दंडाधिकारी और पुलिस बल को मौके पर तैनात करने आदेश दिया गया है, ताकि इस ध्वस्त पुल पर कोई आवागमन ना कर सकें. आवागमन रोक देने से इस पुल से होकर जाने वाले कई गांवों का सीधा संपर्क टूट गया. अब लोग वैकल्पिक व्यवस्था में 2 किलोमीटर दूर स्थित रामगढ़ गांव के पुल के सहारे आवागमन कर सकेंगे. बता दें कि सीवान के दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत के गोरौली गांव के ग्रामीणों ने करीब 30 वर्षों पहले सन् 1990 में चंदा इकट्ठा कर इस पुल को स्थानीय जनप्रतिनिधि रामा शंकर सिंह की मदद से बनवाया था. कई वर्षो से इस पुल के सहारे हजारों लोग दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत से महाराजगंज प्रखंड के पटेढी बाजार आवागमन करते थे. बीते वर्ष बने नए नहर के बाद साफ सफाई को लेकर मिट्टी का कटाव किया जाता रहा. ग्रामीणों ने कई बार मिट्टी कटाव का विरोध भी किया, फिर भी कोई असर नहीं हुआ. आज सुबह पानी का बहाव तेज होने के कारण पुल के पिलर से मिट्टी का कटाव होने लगा और पिलर धंसने लगा. जिसके बाद पुल पर लोगों ने आवागमन रोक दिया. कुछ ही देर में पुल धड़ाम से गिर पड़ा, पुल गिरने से अचानक आई तेज आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया. लोगों ने पुल गिरने का तस्वीर भी अपने कैमरे में कैद कर लिया.

इस हादसे के दौरान पुल पर कोई आवागमन नहीं था,जिस वजह से कोई हताहत नहीं हुआ. इस हादसे के बाद रामगढ़ पंचायत के गोरौली गांव के इस पुल पर आवागमन को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. अब लोग करीब 2 किलोमीटर की दूरी तय कर दूसरे पुल की मदद से आवागमन कर सकेंगे. मौके का जायजा लेने पहुंचे डीसीएलआर राम रंजन सिंह ने कहा कि जांच की जा रही है. जानकारी मिली है कि गंडक द्वारा मिट्टी काट कर नहर की सफाई की गई थी, मिट्टी के कटाव के कारण पुल गिरा है. फिलहाल पुल कैसे गिरा और क्या वजह रही इसकी बारीकी से जांच की जा रही है. ग्रामीण द्वारा चंदा इकट्ठा कर ये पुल बहुत पहले बनाया गया था. ग्रामीण को आने जाने के लिए बगल के गांव के पुल का कुछ दिन सहारा लेना पड़ेगा. विभाग के आदेश के बाद अब कार्य किया जाएगा.

इनपुट- अमित सिंह

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