शराब के धंधे में डिप्टी मैनेजर का हुआ था लाखों का नुकसान, बैंक से गायब करा दिए करोड़ों के गहने
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शराब के धंधे में डिप्टी मैनेजर का हुआ था लाखों का नुकसान, बैंक से गायब करा दिए करोड़ों के गहने

पुलिस ने असिस्टेंट मैनेजर प्रशान्त कुमार को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाशी के लिए छापेमारी की जा रही है.

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ranchi: Palamu Gold Jewellery Recovered झारखंड के पलामू के यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर में रखे ग्राहकों के गहनों को निकालकर बैंक अधिकारियों की ओर से गिरवी रखने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस मामले में करीब 2 किलो स्वर्ण आभूषण बरामद किये हैं. जिसके बाद वहां के लोग थैंक्यू लिखा बोर्ड लेकर पुलिस की प्रशंसा कर रहे हैं.

  1. 3 महीने बाद पुलिस को मिले बैंक लॉकर से गायब गहने
  2. लोगों ने पुलिस को कहा-थैंक्यू
  3. एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से अभी भी दूर

जांच में असिस्टेंट मैनेजर की करतूत आई सामने
दरअसल 11 सितंबर 2021 को बैंक लॉकर से गहने गायब होने के मामले ने एक रहस्य पैदा कर दिया था, और शातिर चोरों ने पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती पेश कर दी थी. इसके बाद एक-एक कर 7 लॉकरों से गहने के गायब होने की बात सामने आई. वहीं 14 सितंबर को इस मामले में FIR दर्ज हुआ और पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी. पुलिस की छानबीन में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर प्रशांत कुमार की करतूत सामने आयी. 

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एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर
मामले में जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को जानकारी मिली की शराब के धंधे में डिप्टी मैनेजर को 40 लाख रुपये का नुकसान हुआ था. इसकी भारपाई के लिए उसने यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर से करोड़ों रुपये के गहने और नकद रुपये निकाले और फिर इसे विभिन्न वित्तीय संस्थानों में गिरवी रख कर पैसे का इंतजाम किया था. पुलिस ने असिस्टेंट मैनेजर प्रशान्त कुमार को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाशी के लिए छापेमारी की जा रही है.

बिना विवाद के भुक्तभोगियों के बीच आभूषणों की पहचान
केस का खुलासा पुलिस के लिए सर दर्द तो था ही साथ ही आभूषण की रिकवरी कर भुक्तभोगियों के बीच उसे पहुंचाना एक बड़ी चुनौती थी. मामले की तफ्तीश की शुरुआत में ही पुलिस ने इस बात का खासा ध्यान रखा कि कोई भी भुक्तभोगी फॉल्स क्लेम ना करें. जिसके बाद अब जब आभूषण की रिकवरी हो गई है तो फिर तमाम लॉकरों के मालिकों से भी उनके आभूषणों की पहचान करा ली गयी.

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पुलिस ने कायम किया मजबूत भरोसा 
पलामू जिले के बैंक लॉकर से गायब गहने के मामले के खुलासे ने पुलिस पर आम लोगों का एक मजबूत भरोसा कायम किया है. वहीं इस पूरे मामले पर संबंधित बैंक द्वारा भुक्तभोगियों को नजरअंदाज किए जाने से वे काफी नाराज भी हैं.

(इनपुट-कामरान जलीली)

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