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धनबाद: हत्या के एक आरोपी को झारखंड की धनबाद जेल में गोली मारे जाने के बाद एक जेलर और जेल के पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जेल के दो अन्य कर्मियों का अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया है.
धनबाद के उपमहापौर की हत्या मामले के आरोपियों में से एक अमन सिंह की कैदियों के बीच एक विवाद के बाद रविवार दोपहर को जेल में ही गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. धनबाद के उपायुक्त वरुण रंजन ने यहां पत्रकारों से कहा, 'प्रशासन को अधिकारियों तथा कर्मियों की उस चूक के बारे में पता चला है जिसके कारण यह घटना हुई. जेलर मोहम्मद मुस्तकिन अंसारी को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की गयी है.'
उन्होंने कहा, 'जेल के पांच कर्मियों (कक्ष पाल) को निलंबित कर दिया गया है जबकि दो अन्य का अनुबंध निलंबित कर दिया गया है.' रंजन ने बताया कि प्राधिकारियों ने धनबाद के जेल अधीक्षक एम बारुआ का तबादला करने और 23 कैदियों को राज्य की अन्य जेलों में स्थानांतरित करने की भी सिफारिश की है. उपायुक्त ने कहा कि गोलीबारी मामले के मुख्य आरोपियों में से एक की पहचान सुंदर महतो के रूप में की गयी है जिससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि चार प्राथमिकियां दर्ज की गयी है और मामले की जांच की जा रही है.
वहीं धनबाद जेल में बंद रहने के बावजूद अमन सिंह की गोली मारकर हत्या करना जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. सूत्रों के मुताबिक अमन सिंह जेल में जारी गैंगवार की भेंट चढ़ गया. बताया जा रहा है कि अमन सिंह जेल में रहकर अपराध का साम्राज्य चला रहा था. अमन सिंह पर धनबाद में नीरज हत्याकांड के बाद चार और हत्या का मामला दर्ज़ हुआ. इसके अलावे अमन सिंह के नाम दर्जनों रंगदारी का मामला भी दर्ज़ है. अमन के नाम पुलिस रिकॉर्ड में लगभग 35 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है. जिसके बाद वर्ष 2017 में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में अमन सिंह की गिरफ्तारी हुई थी.
( इनपुट भाषा के साथ)