स्कूल डायरेक्टर बना जल्लाद, 9 साल के बच्चे की कर दी इतनी पिटाई, अस्पताल में चली गई मासूम की जान
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स्कूल डायरेक्टर बना जल्लाद, 9 साल के बच्चे की कर दी इतनी पिटाई, अस्पताल में चली गई मासूम की जान

बिहार के सहरसा जिले के समरी बख्तियारपुर से एक ऐसी घटना सामने आ रही है. जिसे सुनकर आप सन्न रह जाएंगे. आपको बता दें कि यहां एक बच्चे की स्कूल में इतनी पिटाई कर दी गई की वह वहीं बेहोश हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वहां उस मासूम ने दम तोड़ दिया.

(फाइल फोटो)

सहरसा: बिहार के सहरसा जिले के समरी बख्तियारपुर से एक ऐसी घटना सामने आ रही है. जिसे सुनकर आप सन्न रह जाएंगे. आपको बता दें कि यहां एक बच्चे की स्कूल में इतनी पिटाई कर दी गई की वह वहीं बेहोश हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वहां उस मासूम ने दम तोड़ दिया. परिजनों की तरफ से पिटाई और हत्या का आरोप लगाया गया है. 

बता दें कि मृतक छात्र मधेपुरा के भर्राही थाना क्षेत्र के रहनेवाले प्रकाश यादव का पुत्र आदित्य बताया जा रहा है. छात्र के परिजनों की मानें तो उसका दाखिला हुसैनचक गांव में चल रहे आवासीय विद्यालय बौधि पब्लिक स्कूल में कराया गया था. बच्चा यहीं स्कूल के हाॉस्टल में रहता था.  वह एलकेजी की पढ़ाई कर रहा था. बता दें कि बच्चे के द्वारा होमवर्क नहीं किए जाने के कारण दो दिों से उसकी पिटाई हो रही थी. विद्यालय संचालक के द्वारा बच्चे की पिटाई की बात कही जा रही है. इस पिटाई के बाद लड़के की तबीयत बिगड़ गई और उसे सहरसा में इलाज के लिए लाया गया. 

उसके इलाज की सूचना उसके परिजनों को दी गई. इस घटना के बाद से ही स्कूल संचालक फरार बताया जा रहा है. आदित्य के परिजन कह रहे हैं कि पहले उसकी बुरी तरह पिटाई की गई और जब उसकी हालत बिगड़ी तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. बता दें कि स्कूल के हॉस्टल में गुरुवार की रात हर बच्चे की तरह आदित्य भी सो रहा था लेकिन सुबह जब उसे कई बार उठाया गया तो वह नहीं उठा. इसकी जानकारी तत्काल स्कूल संचालक को दी गई. बच्चे को वहां स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया जिसने उसे बेहतर इलाज के लिए अस्पताल ले जाने को कहा. उसे इसके बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.  

स्कूल संचालक अभी तो मौके से फरार है और पुलिस इसकी जांच कर रही है. जबकि उसने फरार होने से पहले बताया था कि आदित्य रोज की तरह खाना खाकर सो गया था. सुबह वह नहीं जगा तो उसे डॉक्टर के पास लाया गया जहां से उसे अस्पताल ले जाने को कहा गया. यहां सहरसा लाने के बाद उसका इलाज किया जा रहा था इसी दौरान उशकी मौत हो गई. 

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