पटना के श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आनंदपुरी स्थित राजाराम अपार्टमेंट के एक फ्लैट में नकली नोट छापने का काम चल रहा है.
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Patna Fake Currency: देश में 2,000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लग गया है तो वहीं दूसरी ओर बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने नकली नोट छापने वाली गैंग का भंडाभोड़ किया है. हैरानी की बात ये है कि इस धंधे में शामिल युवक बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल, पटना के श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आनंदपुरी स्थित राजाराम अपार्टमेंट के एक फ्लैट में शराब का जखीरा होने की सूचना मिली थी.
सूचना के आधार पर पुलिस तो शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए छापा मारा था लेकिन जब वहां पहुंची तो सन्न रह गई. फ्लैट में नकली नोट छापने का गोरखधंधा चल रहा था. पुलिस को मौके से 1 लाख 77 हजार के नकली नोटों के साथ जाली करेंसी छापने वाली मशीन भी बरामद हुई है. सभी नकली नोट 500 रुपये और 200 रुपये के हैं. छपाई में उपयोग किए जाने वाले रंग और दूसरे सामान भी जब्त किए गए हैं.
पुलिस ने मौके से नकली करेंसी के साथ दो युवकों को धर दबोचा. हालांकि, तीन अन्य आरोपी फरार होने में कामयाब रहे. पकड़े गए युवकों की पहचान कटिहार निवासी अयूब खान और नवादा निवासी रतन यादव के रूप में हुई है. पुलिस को देखकर अयूब खान ने भी भागने की कोशिश की थी और फ्लैट में खिड़की से नीचे कूद गया था. जिससे आरोपी अयूब का पैर भी टूट गया. उसे अभी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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वहीं सीतामढ़ी का सचिन, कटिहार का मोहम्मद शमीम और एक युवती मौके से भागने में सफल रहे. पूछताछ के दौरान पुलिस ने बताया कि दोनों ही स्टूडेंट हैं और वे BPSC की तैयारी कर रहे हैं. फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है. पता लगाया जा रहा है कि कहीं और छात्र भी इस गिरोह में शामिल तो नहीं. इससे पहले वैशाली में नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था. गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया.
पुलिस को आरोपियों के फ्लैट से 26 लीटर शराब की बोतलें भी बरामद हुई है. शराबबंदी कानून के बावजूद बड़ी संख्या में शराब की बोतलें मिलना, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.