कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के भरखर गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित यात्रा होने वाली है. जहां विकास के कार्य को धरातल पर उतारने के लिए जोर-शोर से काम चल रहा है. भरखर गांव के प्राथमिक विद्यालय में रंग रोगन, बाउंड्री वॉल, किचन सेड समेत कई कार्य किये जा रहे हैं.
कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के भरखर गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित यात्रा होने वाली है. जहां विकास के कार्य को धरातल पर उतारने के लिए जोर-शोर से काम चल रहा है. भरखर गांव के प्राथमिक विद्यालय में रंग रोगन, बाउंड्री वॉल, किचन सेड समेत कई कार्य किये जा रहे हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि बाउंड्री वॉल दो नंबर के ईंट से और जैसे तैसे किया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि बाउंड्री वॉल टेढ़ा दिखाई दे रहा है. इस कार्य के दौरान एस्टीमेट बोर्ड भी धरातल पर नहीं है, जिससे कि लोगों को पता चल सके कि किस मानक के अनुरूप कार्य करना है. जब जिला शिक्षा पदाधिकारी से इसको लेकर सवाल किया गया तो वह कुछ भी बोलने से इनकार कर गए.
भरखर पंचायत के वार्ड नंबर 10 के वार्ड सदस्य सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर विद्यालय के मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है. जिसमें विद्यालय का बाउंड्री वॉल कराया जा रहा है.
विद्यालय का बाउंड्री वॉल जो पुराना था वह टेढ़ा था इसके ऊपर जोड़कर ऊंचाई बढ़ा दिया गया है, लेकिन यह बाउंड्री वॉल तरह से टेढ़ा है. ईंट भी दो नंबर का प्रयोग किया जा रहा है.
भरखर गांव के सुरेंद्र राम बताते हैं हमारे गांव में नीतीश कुमार जी आ रहे हैं जिनको लेकर विद्यालय की बाउंड्री ऊंचा किया जा रहा है, लेकिन यह टेढ़ा है. इसमें ईट दो नंबर का लगाया जा रहा है. हम लोग चाहते हैं कि अच्छा काम हो जिससे कोई अनहोनी ना हो. अभी पूरा दिवाल ही टेढ़ा है. आगे चलकर बच्चों के शरीर पर गिरने का डर बना रहेगा.
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रीता कुमारी ने बताया कि यह प्राथमिक विद्यालय भरखर है. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर यहां पर काम चल रहा है जिसमें रंग रोगन, विद्यालय के मरम्मत कार्य हो रहा है. बाउंड्री वॉल में ईंट दो नंबर का लगाया जा रहा है. बाउंड्री वॉल भी टेढ़ा है जिससे गिरने का डर बना रहेगा.
रिपोर्ट: मुकुल जायसवाल
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