बताते चलें कि गत 7 फरवरी को जहानाबाद के टेहटा ओपी क्षेत्र सरेन गांव से 14 साल की एक नाबालिग लड़की अपने पिता से झगड़ कर घर से निकल गई थी. बाद में खोजबीन के बाद नहीं मिलने पर बच्ची की मां ने टेहटा ओपी में अपहरण का केस दर्ज किया था. जिसके बाद 16 मई को मौका मिलने पर बच्ची ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए अपने घर से संपर्क कर अपने साथ हुई वारदात की जानकारी दी थी.
Trending Photos
जहानाबाद: जहानाबाद पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना के साथ एक महिला समेत आठ लोगो को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस दौरान पुलिस ने तीन लड़कियों का रेस्क्यू किया जिसे जहानाबाद लाया गया. दरअसल इस केस में मूल संदिग्ध आरोपी महिला, जिसका नाम पूजा है,उसे कानपुर सेंट्रल के आरपीएफ के द्वारा गिरफ्तार किया गया.
पिता से झगड़ा कर भागी थी किशोरी
बताते चलें कि गत 7 फरवरी को जहानाबाद के टेहटा ओपी क्षेत्र सरेन गांव से 14 साल की एक नाबालिग लड़की अपने पिता से झगड़ कर घर से निकल गई थी. बाद में खोजबीन के बाद नहीं मिलने पर बच्ची की मां ने टेहटा ओपी में अपहरण का केस दर्ज किया था. जिसके बाद 16 मई को मौका मिलने पर बच्ची ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए अपने घर से संपर्क किया और बताया कि उसे किसी औरत ने टेहटा रेलवे स्टेशन पर खाने के साथ नशीली दवाई मिलाकर पहले पटना ले गई. उसके बाद लखीसराय में एक रात नशे की हालत में रखा गया. फिर उसे हरियाणा के किसी गांव में एक लाख 60 हजार रुपए में शादी के लिए बेच दिया गया था.
पुलिस ने किया कथित पति को गिरफ्तार
कॉल आने के बाद परिवार के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद एसपी दीपक रंजन ने एक टीम गठित कर हरियाणा भेजा गया. एसपी ने बताया कि हरियाणा के राजौन्द जिला के किठाना थाना के कैथल गांव से सिम्मी प्रवीण को बरामद किया गया. साथ ही उसके तथाकथित पति अमन उर्फ विजय को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अमन उर्फ विजय ने बताया कि सिम्मी प्रवीण को इनके द्वारा एक लाख साठ हजार रूपये में खरीदा गया है.अनुसंधान के कम में यह बात सामने आयी कि मानव तस्करी का अलग अलग राज्यों में गिरोह काम कर रही है. बिहार में भी एक गिरह है जिसका मुख्य सरगना अजय यादव उत्तर प्रदेश के राजकुमार, हरियाणा के सुखवीर सिंह एवं बबलू सिंह गिरोह के साथ मिलकर सिम्मी प्रवीण को पटना जंक्शन से पूजा अहिरवार के माध्यम से अपहरण किया गया था और अमन उर्फ विजय के हाथो बेच दिया गया था.
दो महिलाओं की हुई गिरफ्तारी
इस कांड के मुख्य सरगना अजय यादव को दो अन्य लड़की काजल कुमारी जो नालन्दा की है एवं कारी देवी जो नवादा की हैं, दोनों को पटना के सिपारा से गिरफ्तार किया गया. इनके साथ इनके सहयोगी डॉक्टर राकेश कुमार उर्फ पुतिया को नालंदा के हिलसा से गिरफ्तार किया गया. यह अपहृत लड़कियों को पानी में नशीली दवा देकर बाहर भेजने तथा गर्भवती हो जाने पर एबॉर्शन आदि करवाने का भी काम करता था. साथ ही लड़कियों को बहला-फुसलाकर पटना जंक्शन से हरियाणा ले जाने वाली पूजा अहिरवार जो कि जसीडीह, झारखंड की है एवं उसके पति अनिल कुमार को भी गिरफ्तार किया गया. इसके अतिरिक्त पूजा अहिरवार की निशानदेही पर यूपी के मैनपुरी से इनके सहयोगी राजकुमार, पप्पु एवं ज्ञान सिंह को गिरफ्तार किया गया है. इस प्रकार एक अंतरराज्यीय मानव व्यापार करने वाले गैंग का खुलासा करते हुये तीन लड़कियों को रेस्क्यू किया गया है. इस गिरोह में शमिल अन्य अभियुक्तों का पता लगाकर उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. बकौल एसपी ने खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है.
यह भी पढ़िएः संपूर्ण क्रांति दिवस पर एकजुट हुआ महागठबंधन, मोदी सरकार बदलने का दिया नारा