मुजफ्फरपुर में 24 जून तक बंद रहेंगे कोचिंग संस्थान,ड्रोन से रखी जायेगी नजर
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मुजफ्फरपुर में 24 जून तक बंद रहेंगे कोचिंग संस्थान,ड्रोन से रखी जायेगी नजर

DM ने 20-24 जून तक जिले के सभी कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है. इस दौरान उन्होंने कहा गया कि सेना भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में विभिन्न जिलों में धरना और प्रदर्शन सड़क रेल और ट्रैफिक जाम की घटना उपद्रवियों द्वारा की गई है.

 (फाइल फोटो)

Muzaffarpur: DM ने 20-24 जून तक जिले के सभी कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है. इस दौरान उन्होंने कहा गया कि सेना भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में विभिन्न जिलों में धरना और प्रदर्शन सड़क रेल और ट्रैफिक जाम की घटना उपद्रवियों द्वारा की गई है. इसे ध्यान में रखते हुए विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए धारा 144 लागू किया गया है इस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी और DM ने सभी SDO सभी DSP का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया है. 

इसके साथ ही पूरे जिले में एक दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद रहेगी.हलाकि 18 तारिख के बंदी में भी जिले इंटरनेट सेवा को बन्द कर दिया गया था और देर रात को फिर से चालू कर दिया गया था.देर शाम जिलाधिकारी प्रणव कुमार और एसएसपी जयंतकांत के नेतृत्व में फ्लेग मार्च निकाल कर लोगो से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई

आपको बता दें कि 20 जून सोमवार को सेना के बना बहाली के नए नियम अग्निपथ के विरोध में चक्का जाम का आह्वान को लेकर प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट है अतिरिक्त फोर्स को स्टैंड बाई पर रखा गया है.दंगा नियंत्रक वाहन को मुस्तैद किया गया है और किसी भी परिस्थिति से निपटने को लेकर के कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है व जिसका नम्बर 0621- 2216275, 2212377 है.सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी के लिए अलग टीम गठित की गई है. इसके अलावा उपद्रव करने वालों पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जायेगी.

हिंसक घटनाओं में कमी आई कमी 

सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ बिहार में रविवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन की घटनाओं में कमी आई. उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी रही और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं. पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार राज्य में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और आगजनी के सिलसिले में अब तक कुल मिलाकर 804 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 

विरोध प्रदर्शनों के संबंध में दर्ज प्राथमिकी की संख्या 145 है और असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने या संलिप्त होने के संदेह वाले व्यक्तियों का पता लगाने का अभियान जारी रहा. पुलिस मुख्यालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य के 38 में से 17 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और कुछ स्थानों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती जारी है. 

 

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