Independence Day: आजादी के 75 साल में भारत ने लड़े 5 युद्ध, हर बार दुश्मन को दिया मुंहतोड़ जवाब
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Independence Day: आजादी के 75 साल में भारत ने लड़े 5 युद्ध, हर बार दुश्मन को दिया मुंहतोड़ जवाब

Independence Day 2022: साल 1947 से 2022 के बीच भारत ने पाकिस्तान के साथ 4 लड़ाइयां लड़ी और चारों में उसे मात दी. वहीं भारत ने युद्ध चीन के साथ भी लड़ा.

Independence Day: आजादी के 75 साल में भारत ने लड़े 5 युद्ध, हर बार दुश्मन को दिया मुंहतोड़ जवाब

Azadi ka Amrit Mahotsav: 15 अगस्त को भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे हो रहे हैं और देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. 15 अगस्त 1947 को आजाद होने के बाद भारत को स्वतंत्र रहने के लिए कई लड़ाइयां लड़नी पड़ीं. साल 1947 से 2022 के बीच भारत ने पाकिस्तान के साथ 4 लड़ाइयां लड़ी और चारों में उसे मात दी. वहीं भारत ने युद्ध चीन के साथ भी लड़ा.

1947 में पाकिस्तान से युद्ध

आजादी के कुछ महीने बाद ही पाकिस्तानी सेना के समर्थन से पाकर कबिलाई आदिवासियों ने जम्मू-कश्मीर पर हमला कर दिया. 24 अक्टूबर 1947 तक हमलावर श्रीनगर तक पहुंच गए. जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत सरकार से मदद मांगी, क्योंकि तब तक कश्मीर में शामिल नहीं हुआ था. इसके बाद भारतीय सेना इस युद्ध में शामिल हो गई और मुंहतोड़ जवाब दिया. कुछ ही दिनों में भारतीय सेना ने कश्मीर के दो-तिहाई हिस्से पर अपना नियंत्रण कर लिया और 1 अक्टूबर 1949 को भारत-पाकिस्तानके बीच युद्धविराम को लेकर समझौता हुआ.

1962 में चीन ने कर दिया हमला

आजाद भारत को दूसरा युद्ध साल 1962 में चीन के साथ लड़ना पड़ा, क्योंकि चीनी सेना ने 20 अक्टूबर 1962 को लद्दाख और अन्य इलाकों में हमला शुरू कर दिया. युद्ध के दौरान चीन के 80 हजार जवानों का मुकाबला करने के लिए भारत की ओर से मैदान सिर्फ 10-20 हजार सैनिक थे, लेकिन इसके बावजूद भारतीय जवानों ने कड़ा मुकाबला किया. भारत और चीन के बीच युद्ध पूरा एक महीना चला और 20 नवंबर 1962 को युद्धविराम की घोषणा की गई.

भारत ने 1965 पाकिस्तान को दोबारा हराया

1947 की हार के बाद पाकिस्तान ने साल 1965 में दोबारा भारत पर हममला शुरू कर दिया, जो करीब 22 दिनों तक चला और इस युद्ध में भी पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी. युद्ध की शुरुआत पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर के कारण हुई, जिसके तहत उसने कश्मीर में सेना की घुसपैठ कराने की योजना बनाई थी.

1971 में भारत ने पाकिस्तान को तीसरी बार हराया

भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरा युद्ध साल 1971 में हुआ, लेकिन सिर्फ 13 दिनों में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर लाकर उसके 93 हजार सैनिकों को कब्जे में ले लिया. पाकिस्तान की हार के साथ ही वह दो हिस्सों में बंट गया और नए देश बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) का जन्म हुआ. इस युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच 2 जुलाई 1972 को शिमला में समझौता हुआ, जिसके बाद सभी युद्ध बंदियों को सकुशल पाकिस्तान भेज दिया गया.

कारगिल युद्ध में भी भारत ने दर्ज की जीत

भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध की शुरुआत 3 मई 1999 को हुई, जब कारगिल के पहाड़ी क्षेत्र में स्थानीय चरवाहों ने कई हथियारबंद पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों को देखा. इस घुसपैठ के खिलाफ भारतीय सेना ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया और एक-एक घुसपैठिए को मौत के घाट उतार दिया या भागने पर मजबूर कर दिया. 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल की पहाड़ियों को घुसपैठियों के चंगुल से पूरी तरह छुड़ा लिया और ऑपरेशन विजय के पूरी तरह से सफल होने की घोषणा की गई.

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