28 नवंबर: याद है, कांग्रेस के समर्थन खींचने से आज के दिन किसकी सरकार गिरी थी?
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28 नवंबर: याद है, कांग्रेस के समर्थन खींचने से आज के दिन किसकी सरकार गिरी थी?

Aaj Ka Itihas: 1996-98 का दौर भारतीय राजनीति में काफी उथल-पुथल भरा था. कई पीएम बदले. स्पष्ट बहुमत ना होने के कारण स्वार्थ पर बने गठबंधन दरक रहे थे. खींचतान चल रही थी. ऐसे में इंद्र कुमार गुजराल की सरकार आज ही के दिन गिर गई थी.

28 नवंबर: याद है, कांग्रेस के समर्थन खींचने से आज के दिन किसकी सरकार गिरी थी?

Indra Kumar Gujral 28 November: शायद इंद्र कुमार गुजराल ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं. एचडी देवगौड़ा का इस्तीफा हुआ तो गठबंधन में पीएम की रेस में कई नाम आ गए. बड़े नेताओं के खिलाफ उनके अपने ही माहौल बना रहे थे. भारत की राजनीति के लिहाज से देखें तो वो राजनीतिक अस्थिरता का दौर था. दो साल के भीतर तीन पीएम बने थे. वाजपेयी, देवगौड़ा के बाद आईके गुजराल पीएम बने. बताते हैं कि जब गुजराल को पीएम बनाने का निर्णय हुआ उस समय वह सो रहे थे.

आज के पाकिस्तान (पंजाब) में जन्मे गुजराल 21 अप्रैल 1997 को भारत के 12 वें प्रधानमंत्री बने. हालांकि कांग्रेस ने ये सरकार ज्यादा दिन चलने नहीं दी. 7 महीने बाद ही कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया. 19 मार्च 1998 तक ही गुजराल पीएम रहे. उनकी सरकार 28 नवंबर 1997 को गिर गई थी. गुजराल ने इस्तीफा तो दिया लेकिन लोकसभा भंग करने की सिफारिश नहीं की.

उधर यूरोप में क्या हुआ?

इतिहास में 28 नवंबर की तारीख दो बड़ी घटनाओं की साक्षी है। वर्ष 1990 में इसी दिन ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर ने सत्ता छोड़ दी थी और वह भी 28 नवंबर का ही दिन था जब नार्वे ने दूसरी बार यूरोपीय संघ की सदस्यता ठुकराने का फैसला किया था। इससे पहले 1972 में भी नार्वे ने यूरोपीय संघ की सदस्यता के खिलाफ मत दिया था। ब्रिटेन में ‘लौह महिला’ के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाली थैचर ने ब्रिटेन की महारानी को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद डाउनिंग स्ट्रीट का अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था। उन्होंने 11 वर्ष तक ब्रिटेन की प्रधानमंत्री का पद संभाला और 1827 के बाद वह देश में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली प्रधानमंत्री रहीं।

देश-दुनिया के इतिहास में 28 नवंबर की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है -

1872 : विलहेल्म रीस विश्व के सबसे ऊंचे सक्रिय ज्वालामुखी कोटोपाक्सी के शीर्ष पर पहुंचने वाले पहले पर्वतारोही बने.
1893 : न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय चुनाव में पहली बार महिलाओं ने मतदान किया.
1912 : इस्माइल कादरी के नेतृत्व में तुर्की से अल्बानिया की आजादी का ऐलान किया गया.
1919 : लेडी एस्टर ‘ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स’ के लिए चुनी गईं. वह इस सदन में पहुंचने वाली पहली महिला बनीं.
1967: ब्रिटेन में ‘फुट एंड माउथ’ बीमारी को फैलने से रोकने के लिए तमाम तरह की घुड़दौड़ पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी गई.
1990 : ब्रिटेन की ‘लौह महिला’ मार्ग्रेट थैचर ने औपचारिक रूप से महारानी को अपना इस्तीफा सौंप दिया और डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ा.
1994 : नार्वे ने यूरोपीय संघ की सदस्यता दूसरी बार ठुकराई.
1997 : भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने अपने पद से इस्तीफा दिया.
2000 : नीदरलैंड की संसद ने एक प्रस्ताव पारित कर विशेष परिस्थितियों में इच्छा मृत्यु की अनुमति दी.
2020 : भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 41,322 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 93.51 लाख से अधिक पहुंची. (भाषा से इनपुट के साथ)

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