आज के दौर में हमारा जीवन अक्सर कुर्सी और स्क्रीन तक ही सिमट कर रह गया है. ऐसे में सुस्ती, एसिडिटी, और मीठा खाने की तलब जैसी समस्याएं आम हो गई हैं.
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आज के दौर में हमारा जीवन अक्सर कुर्सी और स्क्रीन तक ही सिमट कर रह गया है. ऐसे में सुस्ती, एसिडिटी, और मीठा खाने की तलब जैसी समस्याएं आम हो गई हैं, पर क्या आप जानते हैं कि इनसे निपटने के लिए किसी जादुई नुस्खे की जरूरत नहीं है? रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ आसान से बदलाव अपनाकर आप अपनी सेहत में बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
अगर आप भी एक हेल्दी जीवन चाहते हैं, तो आडिबल पर मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट रूजुता दिवेकर का पॉडकास्ट 'सीक्रेट्स ऑफ गुड हेल्थ सीजन-2' जरूर सुनें. बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर खान जैसी हस्तियों की पसंद रूजुता अपने इस पॉडकास्ट में बता रही हैं कि किस तरह छोटे-छोटे बदलाव आपकी सेहत में क्रांति ला सकते हैं. आइए, आज उन्हीं में से कुछ टिप्स पर नजर डालते हैं:
पाचन का राज: घी, गुड़ और केला!
अपने भोजन के अंत में एक चम्मच घी और गुड़ का स्वाद जरूर लें. रूजुता के मुताबिक, ये दोनों पाचन क्रिया को सुचारू बनाते हैं. घी से अच्छे फैट मिलते हैं और गुड़ न सिर्फ शुगर की इच्छा कम करता है बल्कि पोषक तत्व भी देता है. वहीं, रोजाना केला खाने से एनर्जी बढ़ती है और पेट फूलना भी कम होता है. रूजुता की सलाह है कि एक केला सुबह नाश्ते में या शाम के 4-6 बजे के बीच स्नैक के रूप में खाएं.
दही और काली किशमिश का कमाल
पाचन को और बेहतर बनाने के लिए दही में 3-4 काली किशमिश डालें. रूजुता बताती हैं कि ये प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक का मिश्रण है, जो सिरदर्द और एसिडिटी की समस्याओं को कम करता है और साथ ही पाचन से जुड़े विटामिन बी12 की कमी को भी दूर करता है.
हिलें-जुलें रहें, स्वस्थ रहें!
रोजाना 30 मिनट पैदल चलने से न सिर्फ आपका वजन कंट्रोल में रहता है बल्कि पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. रूजुता के मुताबिक, जितना ज्यादा आप एक्टिव रहेंगी, उतना ही आपका वात दोष कंट्रोल में रहेगा. इसके अलावा, दोपहर में 15-20 मिनट की छोटी झपकी भी आपको तरोताजा कर देगी.
ज्यादा चाय-कॉफी न लें
अंत में, चाय और कॉफी के शौकीनों को सावधान! रूजुता कहती हैं कि ज्यादा चाय-कॉफी (खासकर शाम के 3-4 बजे के बाद) कब्ज या दस्त का कारण बन सकती है. इसीलिए संयम से इनका सेवन करें और 2-3 कप से ज्यादा न पिएं.