कोरोना मरीजों के इलाज के लिए Antibiotics का हो रहा बहुत ज्यादा इस्तेमाल: स्टडी
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कोरोना मरीजों के इलाज के लिए Antibiotics का हो रहा बहुत ज्यादा इस्तेमाल: स्टडी

एंटीबायोटिक्स सिर्फ बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन पर काम करता है वायरस पर नहीं. बावजूद इसके कोविड-19 के मरीजों के इलाज में बहुत अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक दवाइयों का इस्तेमाल हो रहा है. एक नई स्टडी में यह जानकारी सामने आयी है.

एंटीबायोटिक दवाइयों का दुरुपयोग

नई दिल्ली: आपको यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन अमेरिका के अस्पतालों में कोरोना महामारी (Coronavirus) के शुरुआती महीनों में भर्ती किए गए कोविड-19 के अधिकांश मरीजों को बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection) की पुष्टि होने से पहले ही एंटीबायोटिक्स प्रिस्क्राइब कर दी गई थी. एक नई स्टडी की रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है. अमेरिका के प्यू (Pew) चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से एक स्टडी हुई है जिसमें यह बताया गया है कि फरवरी 2020 से जुलाई 2020 के बीच कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों ने बहुत अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक्स को प्रिस्क्राइब किया (overprescribed). इसका कारण ये भी था कि महामारी के शुरुआती दिनों में इलाज के बेहद कम विकल्प मौजूद थे.

  1. कोविड-19 इंफेक्शन में हो रहा एंटीबायोटिक का इस्तेमाल
  2. बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन में सिर्फ कारगर है एंटीबायोटिक्स
  3. ज्यादा इस्तेमाल के कारण एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ा

इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी पैदा कर सकती है एंटीबायोटिक्स

प्यू के एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस (Antibiotic Resistance) प्रोजेक्ट के डायरेक्टर डेविड ह्यून कहते हैं, 'मूल रूप से हमारा लक्ष्य क्या है, यही कि हम वास्तव में इस बारे में चिंतित हैं कि स्टडी के इन नतीजों और आंकड़ों का  एंटीबायोटिक प्रतिरोध ( resistance) के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाली लड़ाई में क्या मतलब हो सकता है. इस रिपोर्ट में अस्पताल में भर्ती हुए 5 हजार 838 मरीजों के डेटा को शामिल किया गया था. रिपोर्ट में अनावश्यक रूप से एंटीबायोटिक्स को प्रिस्क्राइब करने के खतरों के बारे में बताया गया है जिसकी वजह से तेजी से दवा प्रतिरोधी (drug-resistant) सुपरबग्स बन रहे हैं.'    

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एंटीबायोटिक दवाइयों के दुरुपयोग से बचें

एंटीबायोटिक दवाइयों के दुरुपयोग और बहुत अधिक इस्तेमाल की वजह से दवा प्रतिरोध के मामले देखने को मिल रहे हैं जिसमें बैक्टीरिया, रोजाना दवाओं को हराने और जीवित रहने के नए तरीकों को खोजने में लगा है. प्यू की इस स्टडी में अस्पताल में भर्ती हुए 52 प्रतिशत मरीजों को कम से कम 1 एंटीबायोटिक प्रिस्क्राइब की गई थी. इसके उलट कोविड-19 की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए लोगों में से 20 प्रतिशत को बैक्टीरियल निमोनिया था और 9 प्रतिशत को यूटीआई. 96 प्रतिशत मामलों में मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के 48 घंटे के अंदर पहली एंटीबायोटिक दी जा चुकी थी. 

(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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