लोकसभा चुनाव 2024 : यूपी में ब्राह्मण वोटों को लेकर क्या है भाजपा की चुनौती? राजस्थान के सीएम भजनलाल को क्यों उतारा
Advertisement

लोकसभा चुनाव 2024 : यूपी में ब्राह्मण वोटों को लेकर क्या है भाजपा की चुनौती? राजस्थान के सीएम भजनलाल को क्यों उतारा

उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ब्राह्मण वोटों की ताकत को समझ कर उन्हें रिझा रहे हैं. यूपी में 11-12 प्रतिशत आबादी होने के बावजूद ब्राह्मण वोट काफी प्रभावशाली साबित होते हैं. राजस्थान में भी ऐसा ही समीकरण है. वहां ब्राह्मणों की संख्या 8 से 9 प्रतिशत तक है. इसलिए भजनलाल शर्मा के यूपी दौरे पर सबकी नजर है.

लोकसभा चुनाव 2024 : यूपी में ब्राह्मण वोटों को लेकर क्या है भाजपा की चुनौती? राजस्थान के सीएम भजनलाल को क्यों उतारा

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण वोटों को साधने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को मैदान में उतारा गया है. शुक्रवार को यूपी के दौरे पर आए भजनलाल शर्मा ने लखनऊ के अलावा सीतापुर में कई बैठकों में हिस्सा लिया. इससे पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के जनाधार यानी यादव वोटों में सेंध लगाने के लिए पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आजमगढ़ में बैठक की थी.

क्या सिर्फ चक्रतीर्थ मार्जन और साधु-संतों से भेंट कर आशीर्वाद लेने आए भजनलाल

भजनलाल शर्मा के यूपी दौरे और उनके कार्यक्रमों के बारे में भाजपा नेता मनीष दीक्षित ने विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट, लखनऊ पर लैंड करने और औपचारिक स्वागत-सत्कार के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सीधे सीतापुर जाकर नैमिषारण्य में चक्रतीर्थ मार्जन के बाद साधु-संतों से भेंट कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने कई मंदिरों में जाकर दर्शन किया.

नैमिषारण्य में माता ललिता देवी मंदिर में पूजा के बाद एक्स पर पोस्ट की कई तस्वीरें

सीतापुर में प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य में माता ललिता देवी के मंदिर में पूजा-पाठ के बाद भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें पोस्ट कर इसे अपना सौभाग्य बताया. उन्होंने लिखा, "सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके। शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। उत्तर प्रदेश स्थित सीतापुर में नैमिषारण्य में श्री ललिता देवी मंदिर में देवी माँ के विधिवत दर्शन-पूजन करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।  देवी माँ सभी का कल्याण करें एवं सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास हो, मेरी यही मनोकामना है।"

लोकसभा कलस्टर में पांच सीटें शामिल, प्रमुख लोगों से मिले भजनलाल शर्मा 

मनीष दीक्षित ने कहा कि भजनलाल शर्मा ने नैमिषारण्य में पूजा-पाठ के बाद दोपहर में एन.के. पैलेस रिसोर्ट, बाईपास रोड सीतापुर में आयोजित लोकसभा कलस्टर बैठक और विधानसभा बैठक में हिस्सा लिया. भाजपा संगठन ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के लिए लोकसभा क्लस्टर बनाया है. इसमें लखीमपुर, सीतापुर, मिश्रिख, हरदोई और मिश्रिख शामिल हैं. भजनलाल शर्मा ने लोकसभा कलस्टर बैठक के बाद जेपी लॉन, खैराबाद, सीतापुर में जनप्रतिनिधों के साथ बैठक की. फिर शाम में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को सम्बोधित किया. इसके बाद लखनऊ आकर वह जयपुर के लिए रवाना हो गए. 

यूपी के एक दिन के दौरे पर भजनलाल शर्मा के साथ दिखे कई बड़े नेता और ब्राह्मण चेहरे 

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के उत्तर प्रदेश में एकदिवसीय राजनीतिक दौरे के दौरान भाजपा के कई बड़े स्थानीय नेता और ब्राह्मण चेहरे साथ रहे. भजनलाल शर्मा को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाए जाने वक्त ही कहा जा रहा था कि भाजपा ने उत्तर भारत में ब्राह्मण वोटों को साधने के लिए यह फैसला किया है. क्योंकि भाजपा ने इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में ब्राह्मण नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाया था. हालांकि, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में पहले से भाजपा ने ब्राह्मण नेताओं को डिप्टी सीएम बनाया हुआ है. यूपी भाजपा के कद्दावर नेता शिवप्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल भी बनाया हुआ है.

योगी आदित्यनाथ की सरकार में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सहित ब्राह्मण समुदाय के 8 नेता 

भाजपा के साथ शुरू से जुड़े ब्राह्मण वोटों को लगातार बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश में दूसरी बार बनी योगी आदित्यनाथ की सरकार में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सहित ब्राह्मण समुदाय के 8 नेता मौजूद हैं. सीएम योगी के पहले शासन काल में 10 ब्राह्नण मंत्री और 46 विधायक थे. जितिन प्रसाद, दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, बृजेश पाठक, सतीश चंद्र द्विवेदी, नीलकंठ तिवारी, अनिल शर्मा, आनंद स्वरूप शुक्ला, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय जैसे कई नेता सरकार में शामिल रहे हैं. इसके बावजूद सपा, बसपा और कांग्रेस की ओर से ब्राह्मण वोटों को खींचने की कोशिशों के बीच भाजपा को यूपी में 'भजनलाल' कार्ड आजमाना पड़ रहा है.

ब्राह्मण वोटों के लिए कदम उठा चुका है कांग्रेस-सपा गठबंधन, चुनौतियों का जवाब देने में जुटी भाजपा

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा की जगह प्रभारी महासचिव के पद पर नागपुर के युवा ब्राह्मण नेता अरविंद पांडेय को और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में वाराणसी के भूमिहार ब्राह्मण अजय राय को तैनात किया. सवर्ण वोट बैंक और खासतौर पर ब्राह्मणों को साधने के अपने पुराने फार्मूले पर लौटने का प्रयास करती कांग्रेस को यकीन है कि भाजपा से नाराज ब्राह्मण वोटर उसकी ओर देख सकते हैं. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ब्राह्मण नेता मनोज पांडे की सुनकर स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे नेता को किनारा करने दिया. पीडीए के नारे के बावजूद सपा ब्राह्मणों को लुभाने के लिए लगातार कार्यक्रम कर रही है. 

यूपी में अब कांग्रेस और सपा का गठबंधन भी हो चुका है. इसलिए ब्राह्मण वोटों की चुनौती को लेकर भाजपा सावधानी से अपने कदम बढ़ा रही है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश में मिशन 80 और ब्राह्मण वोट बैंक को साधने के लिए भजनलाल शर्मा को भेजने से पहले ओडिशा के ब्राह्मण नेता बैजयंत पांडा को उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है. 

Trending news