Israel-Hezbollah War: 7 अक्टूबर की टीस इजरायल के सैनिकों के दिल में है. हमास के खात्मे का प्रण युद्ध के 28वें दिन भी अटल है. इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक हमास का संपूर्ण सफाया नहीं होगा वो रुकने वाला नहीं हैं.
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Israel-Palestine War: हमास-इजरायल के युद्ध में अब हिजबुल्लाह (Hezbollah) की 'ऑफिशियल एंट्री' हो गई है. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह (Nasrullah) ने इजरायल के खिलाफ धर्मयुद्ध का ऐलान कर दिया है. लेकिन उसके बयान में इजरायल का खौफ भी नजर आया. डर है कि जो हाल इजरायल ने गाजा का किया है कहीं वही हाल लेबनान का ना हो जाए. नसरुल्लाह ने बेरूत में बैठकर अमेरिका को भी धमकाया.
लेबनान-इजरायल में होगी भीषण जंग?
बता दें कि हमास से साथ-साथ इजरायली डिफेंस फोर्स हिजबुल्लाह के ठिकानों को भी चुन-चुन कर तबाह कर रही है. इजरायली सेना हिजबुल्लाह के हमलों का लगातार जवाब दे रही है और लेबनान के बॉर्डर एरिया में बम बरसा रही है. हमास से जंग के बीच हिजबुल्लाह लगातार इजराइल को हमले की धमकी देता रहा है लेकिन अब उसके तेवर नरम पड़ने लगे हैं. अगर यकीन नहीं है तो हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह का ये बयान पढ़ लीजिए.
हिजबुल्लाह को नहीं थी हमले की भनक
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह ने कहा कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास का आश्चर्यजनक हमला 100 फीसदी फिलिस्तीनी था. हिजबुल्लाह और ईरान समेत दूसरे गुटों के लिए एक झटका था. हमें इस ऑपरेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. तो पढ़ा आपने हसन नसरुल्लाह खुले तौर पर दावा कर रहे हैं कि उनको हमास के हमले की भनक तक नहीं थी. मतबल जो हिजबुल्लाह युद्ध की शुरुआत से इजरायल के खिलाफ आग उगल रहा था. वो अब हमास की मदद से हाथ पीछे खींचने लगा है. हालांकि, हसन नसरुल्लाह ने इस जंग के लिए पूरी तरह अमेरिका को जिम्मेदार बताया.
मिडिल ईस्ट में अब होगी निर्णायक लड़ाई
हिजबुल्लाह चीफ ने कहा कि ये मानवता और बर्बरता के बीच की लड़ाई है. जिसका प्रतिनिधित्व इजरायल, अमेरिका और ब्रिटेन कर रहे हैं. 'गाजा में युद्ध' और 'इस सदी और पिछली सदी के बड़े अपराधों' के लिए अमेरिका पूरी तरह से जिम्मेदार है. ये एक निर्णायक लड़ाई है जिसमें हमास की जीत होनी चाहिए. 7 अक्टूबर का हमला 100 प्रतिशत फिलिस्तीनी था और सहयोगियों के लिए भी उसे पूरी तरह से गुप्त रखा गया. हिजबुल्लाह इस लड़ाई में बाद में शामिल हुआ.
लड़ाई में हिजबुल्लाह के आने क्या पड़ेगा फर्क?
हसन नसरुल्लाह चीफ की मानें तो हिजबुल्लाह इजरायल पर हमलों में शामिल तो हुआ लेकिन हमास की हैवानियत के एक दिन बाद. लेकिन जब से इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाना शुरू किया है तब से उसके तेवर की तल्खियों में कमी आई है. वहीं, जंग के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक बार फिर इजरायल पहुंचे और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. साथ ही इजरायल के लिए अमेरिका के प्रण को भी दोहराया. हालांकि, उन्होंने युद्ध के दूसरे या तीसर फ्रंट के खुलने से इनकार कर दिया.
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान बंधकों को वापस लाने पर है. हम इजराइल के साथ और उसके पीछे खड़े हैं. हम स्पष्ट हैं कि कोई दूसरा, तीसरा मोर्चा नहीं खुला है. हम पूरे क्षेत्र में चर्चा जारी रखेंगे. यहां बहुत सारी संभावनाएं हैं. लेकिन उसमें उतरना जल्दबाजी होगी. हमारा मकसद हमास को हराना है, उसकी सोच को हराना है.
मतलब ये कि अमेरिका फिलहाल हमास के खिलाफ जंग तो लड़ रहा है लेकिन हिजबुल्लाह और ईरान के साथ युद्ध की बात नहीं कर रहा है. उधर गाजा में इजरायली सेना ने सुरंग में ही हमास के आतंकियों की कब्र बनाने का काम तेज कर दिया है. इजरायली टैंक लगातार गाजा की सड़कों पर दौड़ रहे हैं और एक-एक कर सुरंगों को तबाह कर रहे हैं. IDF का दावा है कि उसने पिछले कुछ घंटों में गाजा पट्टी में कई आतंकवादियों को मार गिराया है. इजरायली आर्मी गाजा के अंदर चुन-चुन कर हमास के ठिकानों और आतंकियों को ठिकाने लगा रही है.
ग्राउंड ऑपरेशन के साथ-साथ इजरायली सेना लगातार आसमान से बारूद बरसा रही है. ताल अल-हवा में अल कुद्स अस्पताल के आसपास इजरायल ने इतनी बमबारी की पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया.