इतना आसान नहीं था उनके लिए एक्ट्रेस बनना. जिंदगी में बहुत कुछ फेस किया लेकिन हिम्मत नहीं हारी. जाट पिता और नेपाली मां की बिटिया रानी, जो पहली फिल्म के लिए 3000 लड़कियों को पछाड़कर सिलेक्ट हुईं. चलिए दमदार एक्ट्रेस की दमदार कहानी बताते हैं.
Trending Photos
गंगा...एक नदी की बात करें या फिर एक महिला की... दोनों की पवित्रता को संजोए रखने का संदेश काफी मार्मिक था. जो देखने को मिला सुभाष घई की परदेस' में. साल 1997 'परदेस' आई थी. जो तब से अब तक एक मील का पत्थर हिंदी सिनेमा के लिए साबित रही. शाहरुख खान और अपूर्वा अग्निहोत्री के अलावा, जिसकी एक्टिंग ने दिल जीता था वो थीं महिमा चौधरी. जिनकी जिंदगी भी गंगा की तरह ही कठिन रही है. उनके लिए इस रोल को हासिल करना इतना आसान नहीं था. चलिए महिमा चौधरी के बर्थडे पर आपको उनकी जर्नी से रूबरू करवाते हैं.
'परदेस' में जिस गंगा को आपने देखा वो महिमा चौधरी नहीं बल्कि रितु चौधरी हैं. जी हां, एक्ट्रेस का असली नाम रितु हैं. मगर किसने सोचा था कि रितु से महिमा बनकर वह पहली ही फिल्म से सफलता के ऐसे झंडे गाड़ेंगी कि उनको जानने वाले भी भूल गए कि महिमा का असली नाम रितु है.
हालांकि, महिमा चौधरी को इस फिल्म की सफलता ने पहली ही बार में बेस्ट फीमेल डेब्यू कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड दिला दिया. इसके बाद दाग-द फायर, धड़कन, कुरुक्षेत्र, बागवान, दिल क्या करे, लज्जा, दोबारा में उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को बता दिया कि 'गंगा' फिल्मी पर्दे का चमकता सितारा है.
जाट पिता, मां दार्जिलिंग से
महिमा के पिता जाट थे और उत्तर प्रदेश के बागपत से संबंध रखते थे जबकि उनकी मां दार्जिलिंग से थीं लेकिन मूल रूप से नेपाली. अपने छोटे फिल्मी करियर में महिमा शाहरुख से लेकर अजय देवगन तक हर बड़े बॉलीवुड कलाकार के पर्दे पर नजर आईं. अभी तो वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ ही रही थी कि एक हादसे ने उनके करियर पर ही ब्रेक लगा दिया.
एक हादसे ने छीन लिया
फिल्म 'दिल है तुम्हारा' की शूटिंग के दौरान एक सड़क हादसे ने महिमा का पूरा चेहरा ही बदरंग कर दिया. उनके चेहरे पर कांच के 67 टुकड़े फंस गए और इसके बाद कई सालों तक महिमा के फिल्मी करियर को ब्रेक लग गया. उन्होंने इस हादसे से उबरने के बाद पर्दे पर वापसी तो की लेकिन उनका जादू चल नहीं पाया. फिर साल 2020 तो मानो उनकी जिंदगी में भूचाल ही लेकर आ गया. एक तरफ दुनिया कोविड की गिरफ्त में कसमसा रही थी उधर दूसरी तरफ महिमा को पता चला की उनके भीतर एक ऐसा रोग पल रहा है जो उन्हें शायद ही जीने देगा. उन्हें कैंसर है इस बात का पता तभी चला था. हालांकि उनकी जीवटता ने कैंसर को भी मात दे दी. लेकिन, टूटे दिल की टीस तो महिमा के अंदर अब भी हरी ही रही.
नहीं मिला सच्चा प्यार
'परदेस' की सफलता के बाद उनके जीवन में प्यार ने भी दस्तक दी. वह लिएंडर पेस के साथ में रिलेशनशिप में आ गई थीं. दोनों ने तीन साल तक अपने रिश्ते को चलाया लेकिन, रिया पिल्लई के साथ उसी वक्त लिएंडर ने डेट करना शुरू कर दिया. रिश्ता ब्रेक हो गया. हालांकि, अपने आप को संभालकर महिमा करियर पर फोकस करने की कोशिश कर रही थी इसी बीच उन्होंने 2006 में बॉबी मुखर्जी से शादी कर ली. हालांकि यह शादी भी 5 साल से ज्यादा नहीं चल पाई. इस शादी से उनकी एक बेटी भी है जिसकी वो अपने दम पर परवरिश कर रही हैं.
3000 लड़कियों को पछाड़ा था
बॉलीवुड को उसकी 'गंगा' भी तीन हजार ऑडिशन के बाद मिली थी. यानि सुभाष घई ने 'गंगा' के किरदार के लिए 3000 से ज्यादा लड़कियों के ऑडिशन लिए थे लेकिन, उनको इस किरदार के लायक कोई भी नजर नहीं आई. सुभाष घई एक पार्टी में गए तो वहां वीडियो जॉकी का काम करने वाली महिमा पर उनकी नजर पड़ी और उन्होंने उसे एक ही नजर में अपने बुने किरदार के लिए सही पाया.
सेक्टर 36 रिव्यू : भयावह क्राइम थ्रिलर फिल्म, जिसे देखने के बाद दिल-दिमाग सुन्न रह जाएगा
एजेंसी: इनपुट
Latest News in Hindi, Bollywood News, Tech News, Auto News, Career News और Rashifal पढ़ने के लिए देश की सबसे विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट Zee News Hindi का ऐप डाउनलोड करें. सभी ताजा खबर और जानकारी से जुड़े रहें बस एक क्लिक में.