एक पुलिसवाले से फिल्मी कलाकार बनना आसान नहीं था, लेकिन आज आनंद ओझा (Anand Ojha) उन उचाइयों को छू रहे हैं, जिसके बारे में लोग सिर्फ सपनों में ही सोचते हैं.
ट्रैफिक पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत आनंद ओझा अब तक भोजपुरी की 5 हिट फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं, तो वहीं छठी फिल्म की शूटिंग भी मई से यूरोप में शुरू करने वाले हैं, जिसके लिए उन्हें विभाग से परमिशन भी मिल चुकी है. आनंद की पहली फिल्म सन 2013 में 'सबसे बड़ा मुजरिम' रिलीज हुई थी, जिसे खूब सराहा गया था. उसके बाद 'हीरोगिरी', 'लव एक्सप्रेस', 'कुंभ और 'रण' भोजपुरी फिल्मों में भी खूब धमाल मचाया. अगली फिल्म 'माही' की शूटिंग मई से यूरोप में होगी.
आनंद को शुरू से ही फिल्मों में काम करने का शौक था. इंटर करने के बाद वह हीरो बनने की चाह में मात्र 500 रुपये लेकर घर से मुंबई भाग गए थे, जहां जीवन यापन करने के किए उन्होंने तीन महीने तक वॉच मैन की नौकरी की. जब इसका पता आनंद के पिता को चला तो वह उसे मुंबई से वापस से ले आए और पढ़ाई लिखाई में लगा दिया.
आनंद ने पढ़ाई के साथ-साथ थियेटर में अभिनय करना भी शुरू कर दिया. बहुत प्रयास के बाद उन्हें पहला मौका 2013 में मिला जब बतौर कलाकार उसकी पहली फिल्म 'सबसे बड़ा मुजरिम' रिलीज हुई. इस फिल्म में उनके साथ राहुल रॉय भी थे. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
बिहार के छोटे से जिले आरा के रहने वाले आनंद ओझा ने अपने पिता की बात मानी और मुंबई से आने के बाद पढ़ाई शुरू कर दी. सन 2001 में वो पुलिस में भर्ती हुए उसके बाद उन्होंने अभिनय की ओर कदम बढ़ाया और आज भोजपुरी फिल्मों के सफल कलाकार भी हैं.
आनंद ओझा पुलिस इंस्पेक्टर हैं, इसलिए वह फिल्मों में अभिनय तो जरूर करते हैं, पर वह इस काम के पैसे नहीं लेते और न ही कोई चार्ज करते हैं, क्योंकि वह लाभ के दो पद आप नहीं ले सकते हैं.
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