अनोखी है इनकी प्रेम कहानी, ये पक्षी एक ही साथी के साथ गुजारते हैं पूरी जिंदगी; जानें क्यों कहलाता है 'जंगल का माली'
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अनोखी है इनकी प्रेम कहानी, ये पक्षी एक ही साथी के साथ गुजारते हैं पूरी जिंदगी; जानें क्यों कहलाता है 'जंगल का माली'

Bird Love Story: आपने इंसानों को प्यार में एक-दूसरे के लिए जान देते हुए देखा होगा. आज हम आपको एक ऐसे पक्षी के बारे में बताएंगे जिसकी प्रेम कहानी अनोखी है, जो पूरी उम्र केवल अपने एक ही साथी के साथ जीता है और मरते भी हैं तो एक-दूसरे के लिए... 

अनोखी है इनकी प्रेम कहानी, ये पक्षी एक ही साथी के साथ गुजारते हैं पूरी जिंदगी; जानें क्यों कहलाता है 'जंगल का माली'

Unique Love Story Of Hornbill: आपने अब तक कई तरह की लव स्टोरीज देखी और सुनी होगी. कुछ लोग तो प्यार में अपनी जान भी एक-दूसरे के लिए कुर्बान कर देते हैं. इस तरह की लव स्टोरीज केवल इंसानों की ही देखी होंगी, लेकिन आज जानिए एक ऐसे जीव के बारे में बता रहे हैं, जिसके बारे में जानकर यकीनन आप भी हैरान रह जाएंगे.

प्रेम भावना सिर्फ इंसानों में ही नहीं होती, बल्कि जीव-जंतु भी प्यार की भाषा खूब समझते हैं और कुछ तो इसे आखिरी दम तक निभाते भी हैं. आज हम आपको एक ऐसे पक्षी के बारे में बता रहे हैं, जिसके अगर नर पक्षी मर जाता है तो मादा और बच्चे भी नहीं जीते. 

इस पक्षी की है यूनीक लव स्टोरी
हम बात कर रहे हैं हॉर्नबिल के बारे में, जो भारत के नागालैंड, केरल, अरुणाचल प्रदेश और हिमालय के जंगलों में पाया जाता है. इस पक्षी को 'जंगल का माली'भी कहा जाता है. इस पक्षी की उम्र बहुत लंबी होती है. जानकारी के मुताबिक हॉर्नबिल लगभग 50 वर्ष तक जीता है. 

पूरी उम्र गुजार देते हैं एक ही साथी के साथ
कहा जाता है कि हॉर्नबिल एक ऐसा पक्षी है, जो अपनी पूरा जीवन केवल एक ही साथी के साथ गुजार देते हैं. नर और मादा एक साथ ही जिंदगी का सफर भी तय करते हैं. अपना घर बसाते वक्त भी वे घोंसले की खोज एक साथ ही करते हैं. हॉर्नबिल का जोड़ा दूसरे पक्षी के घोंसले, किसी पेड़ में बने खोह या अपने ही पुराने घोंसले को दोबारा बसा लेता है.

मादा हॉर्नबिल ऐसे करती है बच्चों की परवरिश
मादा हॉर्नबिल अपने बच्चों को सुरक्षित पालने के लिए घोंसले में खुद को कैद कर लेती है. मां हॉर्नबिल अंदर से अपने घोंसले को पूरी तरह बंद कर लेती है, सिर्फ एक छोटा सा छेद बना रहता है. जब तक मादा घोंसले मे कैद रहती है, तब तक नर हॉर्नबिल अपनी चोंच से घोंसले के उस छोटे छेद के जरिए ही उसे खाना देता रहता है. यही वजह मानी जाती है कि हॉर्नबिल का जोड़ा बहुत सोच-समझकर अपना घर ढूंढता है. 

नर की मृत्यु ले डूबती है पूरे परिवार को 
जब मादा हॉर्नबिल के अंडों से बच्चे बाहर निकल जाते हैं तो हम इंसानों के परिवार की तरह ही नर हॉर्नबिल पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी होती है. उसे न सिर्फ अपने लिए, बल्कि मां और बच्चों समेत पूरे परिवार के लिए खाना तलाशना पड़ता है. ऐसे में अगर किसी वजह से नर हॉर्नबिल घोंसले तक नहीं लौट पाता है तो उसका पूरा परिवार घोंसला तोड़कर बाहर नहीं निकलता, बल्कि मादा अपने साथी और बच्चें पिता और खाने के इंतजार में ही दम तोड़ देते हैं. 

कहलाता है 'जंगल का माली' 
दरअसल, हॉर्नबिल एक ऐसा पक्षी है जो फलों को खाते समय पूरा निगल लेते हैं. जब नर हॉर्नबिल परिवार के लिए खाना लाता है तो हर तरह के फलों के बीज हॉर्नबिल के घोंसले के नीचे जमीन पर गिरे मिलते हैं. इसमें ऐसे फलों के बीज भी होते हैं, जो बहुत कम पाए जाते हैं. इसके कारण हॉर्नबिल को'जंगल का माली' कहा जाता है.

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