Ek Din Ek Film: पहले दिन इस फिल्म के खाली पड़े थे शो, हफ्ते भर बाद एक-एक टिकट को तरसे लोग
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Ek Din Ek Film: पहले दिन इस फिल्म के खाली पड़े थे शो, हफ्ते भर बाद एक-एक टिकट को तरसे लोग

Bollywood Films: अब बड़े निर्माता-निर्देशक समाज के ज्वलंत मुद्दों पर फिल्में बनाने से बचते हैं. परंतु एक दौर में ऐसा नहीं था. मुस्लिम समाज में तीन तलाक का मुद्दा आज भले राजनीतिक हो गया हो, परंतु 1982 में निर्देशक बी.आर. चोपड़ा ने फिल्म बनाई थी, निकाह. तीन तलाक पर आज भी इसके मुकाबले दूसरी फिल्म नहीं है.

 

Ek Din Ek Film: पहले दिन इस फिल्म के खाली पड़े थे शो, हफ्ते भर बाद एक-एक टिकट को तरसे लोग

Nikaah 1982 : निकाह 1982 में आई ऐसी फिल्म थी, जिसे रिलीज से पहले काफी विरोध का सामना करना पड़ा. न सिर्फ इस फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किए गए बल्कि कई जगहों पर एफआईआर भी दर्ज की गईं. कारण था फिल्म में मुस्लिम समाज के तीन तलाक की व्यवस्था को दिखाया जाना. तीन तलाक का असर किसी महिला की जिंदगी पर कैसा हो सकता है और महिला को इसके बाद क्या-क्या झेलना पड़ता है, यही फिल्म में बताया गया था. फिल्म में भारतीय मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली परेशानियों को सामने लाती थी, जिसकी वजह से इसका काफी विरोध देखने में आया. फिल्म के खिलाफ उस समय लगभग 34 एफआईआर दर्ज की गई थीं. इससे फिल्म मेकर घबरा गए कि उन्होंने यह फिल्म बना कर कोई गलती तो नहीं कर दीॽ फिल्म चलेगी या नहींॽ

नीलोफर-हैदर और वसीम
फिल्म में पाकिस्तानी गायिका सलमा आगा, राज बब्बर तथा दीपक पराशर की मुख्य भूमिकाएं थी. स्टारकास्ट में खास आकर्षण नहीं था. ऐसे में विरोध और स्टारकास्ट की वजह से पहले दिन स्थिति यह हुई कि देश के तमाम थियेटर पहले दिन खाली पड़े रहे या इक्का-दुक्का लोग ही देखने पहुंचे. लेकिन फिर धीरे-धीरे फिल्म चल निकली. फिल्म की कहानी, इसके गाने, कलाकारों की एक्टिंग के साथ इसके विषय ने लोगों को आकर्षित करना शुरू कर दिया. हफ्ते भर में यह स्थिति हुई कि हॉल हाउसफुल हो गए और एक-एक टिकट के लिए लोग तरसने लगे. वास्तव में माउथ पब्लिसिटी ने फिल्म को हिट बना दिया. फिल्म की कहानी, डायलॉग्स और गीतों ने धूम मचा दी. फिल्म इतनी बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई कि एक हफ्ते बाद इसके अधिकतर शो हाउसफुल चले. फिल्म की कहानी नीलोफर (सलमा आगा) की थी. जिसकी पहली शादी टूट चुकी है और दूसरा निकाह हैदर (राज बब्बर) से हुआ है. धीरे-धीरे वह हैद के साथ खुश रहने लगती है और दोनों में खूब प्यार है. तभी नीलोफर की जिंदगी में उसे तलाक दे चुका पूर्व पति वसीम (दीपक पाराशर) लौट आता है.

तलाक, तलाक, तलाक
फिल्म ने बेस्ट डायलॉग्स तथा बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर के लिए बाद में फिल्म फेयर अवॉर्ड जीते. 4 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 9 करोड़ की कीमाई की. फिल्म का नाम पहले तलाक, तलाक, तलाक रखा गया था लेकिन बाद में कुछ मुस्लिम मौलवियों के सुझाव पर इसे बदलकर निकाह किया गया. निकाह सलमा आगा की पहली फिल्म थी. इसी फिल्म से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी. वह बी.आर. चोपड़ा की खोज थी. बी.आर. चोपड़ा ने ही फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर थे. कहा जाता है कि अपनी लंदन विजिट के दौरान सलमा आगा का परिवार बी.आर. चोपड़ा से मिला था और उनसे गुजारिथ की थी कि वह सलमा आगा को अपनी फिल्म में कास्ट करें. जब चोपड़ा ने निकाह बनाने की सोची तो वह इस फिल्म के लिए कोई नया फेस चाहते थे. उनके पास दो विकल्प थे, एक सलमा आगा, दूसरी अमृता सिंह. उन्हें निकाह के लिए सलमा आगा ही ज्यादा जमी.

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