Kantara And Pushpa Success: साउथ की फिल्मों की सफलता ने बॉलीवुड मेकर्स की सोचने-समझने की लाइन-लेंथ गड़बड़ा दी है. वे एकमत नहीं पा रहे हैं कि कैसी फिल्में बनाएं और कांतारा तथा पुष्पा जैसी फिल्मों की सफलता को किस तरह देखें. ऐसे में विवाद पैदा हो रहे हैं.
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Anurag Kashyap Controversies: इस साल की दो सबसे बड़ी हिट फिल्में कांतारा और पुष्पा ने पहले ही बॉलीवुड के पसीने छुड़ा दिए थे, अब हिंदी फिल्मों के मेकर भी इन फिल्मों पर अपनी-अपनी राय की वजह से टकरा रहे हैं. सोशल मीडिया में भी इस मुद्द पर बहस चल रही है. असल में मामला शुरू हुआ निर्देशक अनुराग कश्यप के एक इंटरव्यू की हेडिंग ट्विटर पर आने के बाद से, जिसमें उन्होंने कहा कि कांतारा और पुष्पा जैसी फिल्में इंडस्ट्री को बर्बाद कर रही हैं. अनुराग के इस हेडिंग पर इस साल बॉक्स ऑफिस पर द कश्मीर फाइल्स जैसी हिट फिल्म देने वाले निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने लिखा कि मैं हमारे बॉलीवुड के एकमात्र जज साहब की इस बात से असहमत हूं. क्या आप सहमत हैंॽ
फायदे-नुकसान का गणित
विवेक के ट्वीट करने के बाद लोग मैदान में उतर आए. अनुराग के समर्थकों ने कहा कि इस इंटरव्यू में अनुराग की बातों के आधार पर गलत हेडिंग लगाई गई है. उन्होंने जा कहा उसका यह मतलब नहीं है कि साउथ की ये ब्लॉकबस्टर फिल्में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बर्बाद कर रही हैं. असल में उनकी बात को विस्तार से सही ढंग से समझने की जरूरत है. अनुराग ने इस इंटरव्यू में कहा था कि फिल्मों की पैन-इंडिया इमेज इंडस्ट्री के लिए नुकसानदायक है क्योंकि ऐसे में बहुत सारे मेकर और एक्टर अपनी फिल्मों को कहने भर के लिए पैन-इंडिया बताएंगे, जबकि हर फिल्म में कांतारा जैसी क्षमता नहीं होती है. ऐसे में इक्का-दुक्का फिल्में ही सुपर हिट होंगी और बाकी दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकेंगी. लेकिन सच यही है कि कांतारा और पुष्पा जैसी फिल्में ही हमें अपने मन की कहानियां कहने का साहस देती हैं.
कौन है सिनेमा का भगवान
अनुराग के इंटरव्यू की हेडिंग पर विवेक के ट्वीट के बाद कई लोग उन्हें इस इंटरव्यू को पूरा पढ़ने की सलाह दे रहे हैं. इस बीच तापसी पन्नू भी सोशल मीडिया में निशाने पर हैं. हाल में उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में कोई नहीं जानता कि इन दिनों फिल्मों में क्या चल रहा है, अगर किसी को यह पता है तो समझिए कि वह सिनेमा का भगवान है. लेकिन इस पर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी जमकर खिंचाई की और कहा कि कई साउथ इंडियन फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रही हैं और बायकॉट बॉलीवुड कैंपेन के बावजूद ब्रह्मास्त्र को लोगों ने देखा. हाल में फ्रेडी को पसंद किया गया. ऐसे में तापसी का यह कहना कि किसी को पता नहीं कि दर्शक क्या चाहते हैं, गलत बात है.
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