Kangana Ranaut: महिला सम्मान पर डायलॉगबाजी...सुप्रिया के इंस्टा पोस्ट पर किसने खेला विवादित खेल?
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Kangana Ranaut: महिला सम्मान पर डायलॉगबाजी...सुप्रिया के इंस्टा पोस्ट पर किसने खेला विवादित खेल?

Supriya Shrinate: सोशल मीडिया अकाउंट का यूजरनेम और पासवर्ड कोई भी किसी से शेयर नहीं करता. क्या आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट जैसे, x,फेसबुक या इंस्टाग्राम का यूजरनेम पासवर्ड अपने सबसे खास व्यक्ति से शेयर कर देते हैं? यकीनन नहीं करते होंगे.

Kangana Ranaut: महिला सम्मान पर डायलॉगबाजी...सुप्रिया के इंस्टा पोस्ट पर किसने खेला विवादित खेल?

Supriya Shrinate: सोशल मीडिया अकाउंट का यूजरनेम और पासवर्ड कोई भी किसी से शेयर नहीं करता. क्या आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट जैसे, x, फेसबुक या इंस्टाग्राम का यूजरनेम पासवर्ड अपने सबसे खास व्यक्ति से शेयर कर देते हैं? यकीनन नहीं करते होंगे. ये इसलिए क्योंकि आपका सोशल मीडिया अकाउंट आपका अपना होता है. आप किसी को इसकी गुप्त जानकारी नहीं देते हैं. वजह ये है कि आपको हमेशा डर रहेगा कि आपके सोशल मीडिया अकाउंट का गलत इस्तेमाल ना हो जाए.

सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट पर हंगामा

ये छोटी सी बात आपको, हमको और हर उस व्यक्ति को मालूम है जो सोशल मीडिया पर है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कांग्रेस के Social Media & Digital Platforms यानी कांग्रेस IT Cell की अध्यक्ष को ये नहीं मालूम है. कांग्रेस के Social Media & Digital Platforms की अध्यक्ष हैं सुप्रिया श्रीनेत. आपने सुप्रिया श्रीनेत को कई टीवी चैनल्स पर बतौर गेस्ट बैठे देखा होगा. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर वो कांग्रेस पार्टी का रुख बताती आई हैं. कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ताओं में उनकी गिनती होती है. लेकिन कांग्रेस के लिए Social Media का दारोमदार जिस व्यक्ति पर है, उसने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से बीजेपी की एक महिला उम्मीदवार के लिए कुछ ऐसा लिख दिया, जिससे हंगामा मचा हुआ है.

कंगना रनौत पर श्रीनेत की पोस्ट

रविवार को बीजेपी ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी की थी. इसमें हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से फिल्म स्टार कंगना रनौत को उम्मीदवार बनाया गया था. कंगना रनौत मूलरूप से हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र की ही रहने वाली हैं. ये अलग बात है कि वो पिछले कई वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रही है, जिसकी वजह से वो मुंबई में रहती हैं. लेकिन अब बीजेपी ने उन्हें मंडी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है. कंगना रनौत के नाम का ऐलान होते ही, सुप्रीया श्रीनेत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट डाली.

एक ओछी टिप्पणी

ये पोस्ट किसी महिला पर की गई एक ओछी टिप्पणी थीं. ये टिप्पणी मंडी लोकसभा क्षेत्र में रहने वालों के लिए भी अपमानजनक थी. सुप्रिया श्रीनेत के आधिकारिक अकाउंट या Blue Tick वाले अकाउंट से ये पोस्ट किया गया था. इसमें कंगना रानौत की एक फोटो थी और लिखा गया था- ''क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?'' इस लाइन में 'मंडी' और 'भाव' का अर्थ वो नहीं है, जो आमतौर पर सब्जी मंडी के लिए पूछा जाता है. ये पोस्ट कंगना रानौत को अपमानित करने के लिए किया गया था. इस पोस्ट में लिखे गए शब्दों से यही भाव निकाला गया, कि 'मंडी में कंगना रनौत का भाव कितना है'. किसी भी वाक्य में अगर किसी महिला या पुरुष के लिए 'मंडी में भाव कितना है' जैसे शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, तो इसका सीधा अर्थ उस महिला और पुरुष की कीमत लगाना है.

'मंडी में क्या भाव है'

क्या कांग्रेस पार्टी या सुप्रिया श्रीनेत जैसी नेता को इस पोस्ट का असली मतलब नहीं पता होगा?... क्या लगता है आपको, क्या इतनी बड़ी प्रवक्ता और पूरी कांग्रेस पार्टी के Social Media और Digital Platform की मुखिया को अपनी लिखी इस लाइन का मतलब नहीं पता होगा? यकीनन उन्हें मालूम होगा. यहां हम आपको ये भी बताना चाहते हैं, कि बहुत ही Smartly इस पोस्ट में भाव को बदलने और लोगों को उलझाने के लिए दो तस्वीरें डाली गई थीं. पहली तस्वीरें कंगना रनौत की थी, लेकिन इसके अलावा सब्जियों की तस्वीर भी लगाई गई थी. लेकिन जिस तस्वीर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने के लिए सबसे पहले चुना जाता है, वही तस्वीर पोस्ट करने के बाद सबसे पहले दिखाई देती है. इसका सीधा सा अर्थ यही है कि कंगना रनौत को अपमानित करने के लिए ही 'मंडी में क्या भाव है' जैसे सवाल के साथ कंगना की फोटो लगाकर पोस्ट डाली गई, फिर इसे Manage करने कि लिए सब्जियों वाली दूसरी तस्वीर लगाई गई.

कंगना रनौत का पलटवार

कंगना रनौत ने इस पोस्ट के खिलाफ आवाज़ उठाई. उन्होंने सुप्रिया श्रीनेत की इस इंस्टा पोस्ट के खिलाफ एक ट्वीट लिखा. अंग्रेजी में लिखे गए इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि डियर सुप्रिया जी,एक कलाकार के तौर पर पिछले 20 वर्षों से मैने अपने करियर में महिलाओं से जुड़े कई किरदार निभाए हैं. 'क्वीन' फिल्म में एक भोली भाली लड़की से लेकर, 'धाकड़' में एक जासूस, 'मणिकर्णिका' में एक देवी और 'चंद्रमुखी' में एक राक्षसी, 'रज्जो' में एक सेक्स वर्कर और 'थलाइवी' में एक क्रांतिकारी नेता का किरदार निभाया है. हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना है. हमें शरीर के अंगों से जुड़ी उत्सुकता से ऊपर उठना है. यही नहीं सेक्स वर्कर्स के चुनौतीपूर्ण जीवन को एक अपशब्द की तरह देखने से बचना है. हर महिला को सम्मान पाने का अधिकार है.

एक महिला होने का मतलब..

कंगना ने अपने जवाब में सुप्रिया श्रीनेत को एक महिला होने का मतलब बताया. सुप्रिया श्रीनेत खुद एक महिला हैं, और उनके सोशल मीडिया अकाउंट से अगर इस तरह की महिला विरोधी पोस्ट हुई तो विवाद होना तय था. सोशल मीडिया पर मंडी से बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणी हुई, तो पूरी बीजेपी ने कांग्रेस पर चढ़ाई कर दी. बीजेपी ने इस मामले को महिला सम्मान से खिलवाड़ और मंडी लोकसभा क्षेत्र के नागरिकों के अपमान से जोड़ दिया. मामला बढ़ा तो कांग्रेस की मुसीबत बढ़ी, ऐसे में सुप्रिया श्रीनेत ने कुछ वैसा ही कहा, जैसे अक्सर ऊल जुलूल ट्वीट या पोस्ट करने के बाद, कुछ नेता कहते आए हैं. 

ठीकरा किसी और पर फोड़ने की कोशिश

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उनके Meta अकाउंट यानी फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट तक कई लोगों की पहुंच है.मतलब वो ये चाहती थीं कि लोग मान लें कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जो अभद्र पोस्ट की है, वो उन्होंने नहीं, बल्कि उन लोगों ने की है जिनको उन्होंने पासवर्ड दिया हुआ है. अपने सफाई में और क्या क्या कह रही हैं, ये भी सुन लीजिए. भले ही आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड, सुरक्षा कारणों की वजह से किसी और को ना देते हों, लेकिन अपने इंस्टा अकाउंट से महिला विरोधी पोस्ट डाले जाने के बाद, सुप्रिया श्रीनेत ने इसका ठीकरा किसी और पर फोड़ने की कोशिश की थी. हालांकि उन्होंने वो नाम नहीं बताया, जिसके दिमाग की उपज इतनी ओछी थी. बीजेपी इन आरोपों पर सुप्रिय श्रीनेत के बयानों से इत्तेफाक नहीं रखती है.

महिला का महिला के प्रति अभद्र टिप्पणी

ये पूरा मामला महिला का महिला के प्रति अभद्र टिप्पणी से जुड़ा हुआ है. ये अलग बात है कि चुनावी माहौल में ऐसी विवादित पोस्ट कांग्रेस नेता की ओर से की गई है. शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं होगा कि एक शहर और वहां की महिला उम्मीदवार के लिए की गई टिप्पणी, चर्चा का विषय बन जाएगी. आज भले ही कंगना रनौत महिला सम्मान की बात कर रही हों, या फिर सुप्रिया श्रीनेत, जिनकी पार्टी 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' जैसे कैंपेन चलाती हो. दोनों ने ही समय-समय पर विवादों से खुद का नाता जोड़े रखा है.

इस मामले में कंगना भी कम नहीं

आज भले ही ये दोनों ही नेता,महिला सम्मान और सोशल मीडिया पर अभद्रता को लेकर बड़ी बड़ी बातें करें या सफाई पेश करें, लेकिन कई ऐसे मौके आए हैं, जब इन दोनों ने ही भाषा की मर्यादाएं लांघी हैं. कांग्रेस की एक वरिष्ठ प्रवक्ता के तौर पर सुप्रिया श्रीनेत कई बार अलग-अलग टीवी चैनल्स पर बतौर गेस्ट जाती रही हैं. कई बार ऐसा देखा गया है कि बहस के वक्त वो अपना आपा खो बैठती हैं. ऐसे ही एक टीवी शो में सुप्रिया श्रीनेत ने पेगासस के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी की थी. इस मामले में कंगना भी कम नहीं हैं. कंगना रनौत ने एक टीवी शो में मशहूर अभिनेत्री और कांग्रेस नेता उर्मिला मतोंडकर पर अभद्र टिप्पणी की थी. कंगना ने उस वक्त टीवी शो में उर्मिला मतोंडकर को 'सॉफ्ट पॉर्न स्टार' बोला था.

क्रिकेटर्स को 'धोबी का कुत्ता' कहा था

ऐसे ही एक बार उन्होंने टीम इंडिया के क्रिकेटर्स को लेकर एक विवादित ट्वीट किया था. उन्होंने रोहित शर्मा के ट्वीट पर रीट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने क्रिकेटर्स को 'धोबी का कुत्ता' कहा था. किसान आंदोलन के वक्त भी कंगना रनौत ने प्रदर्शन में बैठी एक वृद्ध महिला को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. कंगना ने किसान आंदोलन में बैठी इस वृद्ध महिला को 100 रुपये लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाली बताया था. हालांकि बाद में उन्होंने ये ट्वीट हटा दिया था. कंगना रनौत ने एक टीवी शो मे ये भी कहा था कि देश को वर्ष 1947 में भीख मिली थी, आजादी तो वर्ष 2014 में मिली है.

लाभ लेने का मौका..

इसमें कोई दो राय नहीं कि सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत को लेकर जो पोस्ट किया है, वो अपमानजनक है. लेकिन जिस तरह से इसको महिला सम्मान के साथ जोड़कर, चुनावी मकसद पूरा किया जा रहा है, वो भी अपनी जगह गलत है. बीजेपी के लिए सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट, लाभ लेने का मौका है, तो वहीं कांग्रेस के लिए बैकफुट पर जाने की मजबूरी. लेकिन हम इतना जानते हैं कि समय समय पर ये दोनों महिला नेता, अपनी भाषाई मर्यादाएं तोड़ती नजर आई हैं, और महिलाओं पर ही विवादित टिप्पणियां करती दिखी हैं.

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