Odisha Politics: 'टिकट देकर छीन लेने से बेइज्जती जैसी फीलिंग', भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान प्रबोध तिर्की ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ
Advertisement
trendingNow12214972

Odisha Politics: 'टिकट देकर छीन लेने से बेइज्जती जैसी फीलिंग', भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान प्रबोध तिर्की ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ

Prabodh Tirkey Quits Congress: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान प्रबोध तिर्की एयर इंडिया की नौकरी से इस्तीफा देकर पिछले साल सितंबर में कांग्रेस में शामिल हुए थे. इस साल 2 अप्रैल को कांग्रेस के गढ़ रहे तलसारा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया था. कांग्रेस ने 14 अप्रैल को जारी दूसरी लिस्ट में उन्हें बेटिकट कर दिया.

 Odisha Politics: 'टिकट देकर छीन लेने से बेइज्जती जैसी फीलिंग', भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान प्रबोध तिर्की ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ

Former Captain Of India Hockey Team: कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2024 के बीच पूर्वी तटीय राज्य ओडिशा में बड़ा झटका लगा है. भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान प्रबोध तिर्की ने आहत होकर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. ओडिशा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सुंदरगढ़ जिले की तलसारा विधानसभा सीट से प्रबोध तिर्की को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनका टिकट वापस ले लिया गया.

कांग्रेस के गढ़ रहे तलसारा सीट से प्रबोध तिर्की को टिकट देकर छीना

कांग्रेस के गढ़ रहे तलसारा सीट से दो अप्रैल को पहली लिस्ट में कैंडिडेट बनाए गए प्रबोध तिर्की, 14 अप्रैल को जारी दूसरी लिस्ट में बेटिकट कर दिए गए. कांग्रेस ने उन्हें हटाकर अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित तलसारा सीट से देवेन्द्र भिटारिया को टिकट दे दिया. लोकसभा चुनाव के साथ ही ओडिशा की 147 विधानसभा सीटों पर 13 मई से 1 जून तक चार चरणों में विधानसभा चुनाव भी होंगे.

एयर इंडिया की नौकरी छोड़कर प्रबोध तिर्की ने थामा था कांग्रेस का हाथ

एयर इंडिया की नौकरी छोड़ने के बाद पिछले सितंबर में कांग्रेस में शामिल हुए प्रबोध तिर्की ने राहुल गांधी के सिद्धांतों से प्रभावित होने की बात कही थी. कुछ ही महीने बाद अप्रैल, 2024 में कांग्रेस से इस्तीफा देते वक्त उन्होंने कहा कि कांग्रेस के रवैए से उन्हें "अपमान" का सामना करना पड़ा. 39 साल तिर्की ने कहा, "अगर पार्टी की कोई अलग योजना थी, तो उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और एक आदिवासी युवा को अपमानित करने के बजाय पहले इसके बारे में बताना चाहिए था."

कांग्रेस ने किया था टिकट का वादा, तिर्की ने जमकर किया पार्टी का काम  

प्रबोध तिर्की ने एक अखबार से कहा, “जब मैंने कांग्रेस में शामिल होने के लिए अपनी एयर इंडिया की नौकरी छोड़ने का फैसला किया, तो मुझे पार्टी ने भरोसा दिया था कि मुझे विधायक का टिकट दिया जाएगा. जब से मैं पार्टी में शामिल हुआ, मैंने निर्वाचन क्षेत्र में जमीनी स्तर पर जमकर काम करना शुरू कर दिया था. जब कांग्रेस कैंडिटेड की पहली सूची में मेरे नाम की घोषणा की गई तो मैं बहुत खुश था, लेकिन मुझे नहीं पता कि फिर क्या हुआ और मुझे क्यों हटा दिया गया.'' 

प्रबोध तिर्की से कांग्रेस के किसी सीनियर नेता ने बात तक नहीं की

प्रबोध तिर्की ने कहा कि अपना नाम वापस लिए जाने के बाद वह टूट गए और कई कोशिशों के बावजूद, वह कांग्रेस के किसी भी सीनियर नेता से संपर्क नहीं कर सके. वह उन नेताओं से पूछ भी नहीं सके कि कांग्रेस ने यह निर्णय क्यों लिया. उन्होंने सवाल किया, “न तो किसी ने मुझसे संपर्क किया, न ही मैं उनसे संपर्क कर सका. तो, सबसे पुरानी पार्टी में बने रहने का क्या मतलब है?”

कांग्रेस ने टिकट बदलने के पीछे दी जीत की गुंजाइश वाली पुरानी दलील

कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि प्रबोध तिर्की को बदल दिया गया क्योंकि उन्हें लगा कि उनकी जगह पर आए देवेंद्र भिटारिया के जीतने की बेहतर संभावनाएं हैं. एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी भिटारिया भुइयां समुदाय से हैं, जिनकी विधानसभा क्षेत्र में महत्वपूर्ण मौजूदगी है. भिटारिया के परिवार की पृष्ठभूमि भी कांग्रेस की है. 

तलसारा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. कांग्रेस ने 1995 से 2014 के बीच छह बार इस सीट पर जीत हासिल की. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में, भाजपा के भवानी शंकर भोई ने यह सीट जीत ली. कांग्रेस नतीजे में तीसरे स्थान पर रही.

ये भी पढ़ें - Odisha Chunav: पूर्व हॉकी कप्तान का टिकट काट कांग्रेस ने फ्रीलांस जर्नलिस्ट को क्यों उतारा?

दिलीप तिर्की के बाद राजनीति में शामिल होने वाले दूसरे बड़े हॉकी खिलाड़ी

हाल के वर्षों में राजनीति में शामिल होने वाले हॉकी खिलाड़ियों में दिलीप तिर्की के बाद प्रबोध तिर्की दूसरा बड़ा नाम हैं. प्रबोध तिर्की तलसारा विधानसभा क्षेत्र के बालीसंकरा ब्लॉक के लुलकिडीही गांव के मूल निवासी हैं. इसी गांव में 6 अक्टूबर, 1984 को उनका जन्म हुआ था. वह इग्नेस टिर्की के छोटे भाई हैं, जो भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान भी हैं.

प्रबोध तिर्की ने साल 2000 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण किया और 2007 में चेन्नई में एशिया कप स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम की कप्तानी की थी. प्रबोध तिर्की ने 161 अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच खेले हैं. उन्हें बीजू पटनायक राज्य खेल पुरस्कार, एकलव्य पुरस्कार समेत ढेर सारे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.

ये भी पढ़ें - INDI Allaiance: 'मैंने इंडी अलायंस बनाया, किसी और ने नहीं' ममता बनर्जी का नया दावा, चुनाव जीते तो बंगाल के बाहर फिर बनाएंगे गठबंधन

हॉकी प्रतिभाओं की नर्सरी के रूप में जाना जाता है ओडिशा का सुंदरगढ़

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान दिलीप तिर्की मौजूदा समय में हॉकी इंडिया के प्रमुख हैं. ओडिशा में सत्तारुढ़ बीजद ने सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लिए उन्हें उम्मीदवार बनाया है. सुंदरगढ़ को हॉकी प्रतिभाओं की नर्सरी के रूप में जाना जाता है. इस जिले से हॉकी के 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आते हैं. इसी जिला और लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तलसारा विधानसभा सीट आती है.

Trending news