Vivek Thakur Nawada Seat: विवेक ठाकुर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद डॉ. सी पी ठाकुर के बेटे हैं. वह 2020 से राज्यसभा के सांसद हैं. विवेक ठाकुर महज 24 साल के उम्र में ही भाजपा के सदस्य बन गए थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 के बीच उनका सोशल मीडिया स्कोर कितना है.
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Vivek Thakur Social Media Score: देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार अभियान जोरों पर है. देश की राजनीति में बिहार की अहम भूमिका रही है. भीषण गर्मी में यहां भी नेताओं ने सियासी मैदान की रस्साकशी में कोई कसर नहीं छोड़ी है. इस बीच 'जी न्यूज' ने चुनावी मैदान में दम खम से उतरे विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का लीडर सोशल स्कोर निकाला है. आइए, इस आर्टिकल में बिहार की नवादा लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार विवेक ठाकुर और उनके सोशल स्कोर के बारे में जानते हैं.
भूमिहार जाति के रसूखदार राजनीतिक परिवार से रिश्ता
विवेक ठाकुर पटना के भूमिहार परिवार से ताल्लुक रखते हैं. बिहार की राजनीति पर लंबे समय से भूमिहार परिवारों का प्रभाव रहा है. विवेक ठाकुर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता युवा मोर्चा से की थी. वो अब तक के अपने लगभग 28 साल के राजनीतिक जीवन में भाजपा में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं. भाजपा से जुड़े तमाम सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के काम में भी उनकी अहम भूमिका रहती है.
बिहार के पढ़े-लिखे नेताओं में नाम शामिल
विवेक ठाकुर का जन्म 27 नवंबर 1969 को पटना, बिहार में हुआ है. उन्होंने पटना के ही संत माइकल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद वो अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए दिल्ली चले गए. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित किरोड़ीमल कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद पटना विधि विश्वविद्यालय से लॉ किया. इसके अलावा उन्होंने, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड से एक्स मास्टर इन इन्टरनेशनल ट्रेड का भी कोर्स किया है. विवेक की पत्नी का नाम मीनाक्षी ठाकुर है, जोकि गवर्नमेंट जॉब करती हैं. उनकी 2 बेटियां हैं.
दो बार हार चुके विधानसभा चुनाव, फिर भी हुए कामयाब
साल 2005 में पहली बार भाजपा ने बक्सर के ब्रह्मपुर विधानसभा सीट से विवेक ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया था, पर चुनाव में उन्हें हार मिली. हालांकि, अपनी बेदाग छवि और विशिष्ट बौद्धिक चतुराई के कारण राष्ट्रीय स्तर पर वो अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे. आगे चलकर भाजपा ने उन्हें विधान पार्षद बनाया. इनका कार्यकाल 2 मई 2013 से 6 मई 2014 तक रहा. 2015 विधानसभा चुनाव में वो दुबारा ब्रह्मपुर से ही चुनावी संग्राम में उतरे और दूसरी बार भी हार गए.
पिता सी पी ठाकुर से विरासत में मिली पॉलिटिक्स
विवेक ठाकुर को प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है. साल 2020 में विवेक ठाकुर को उनके पिता भाजपा सांसद डॉ. सी पी ठाकुर की जगह राज्यसभा भेजा गया था. तब से अब तक वो इस पद पर बने हुए हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने प्रदेश के सह प्रभारी के रूप में काम किया था. विवेक ठाकुर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. फिलहाल वो देश की 18वीं लोकसभा के गठन के लिए हो रहे आम चुनाव में नवादा संसदीय क्षेत्र से जीत के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.