IAS Success Story: ट्राई में फुल टाइम जॉब के साथ बनाई ऐसी स्ट्रेटजी कि बिना कोचिंग सर्जना बन गईं अफसर
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IAS Success Story: ट्राई में फुल टाइम जॉब के साथ बनाई ऐसी स्ट्रेटजी कि बिना कोचिंग सर्जना बन गईं अफसर

IAS Sarjana Yadav: सर्जना यादव ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू किया.

IAS Success Story: ट्राई में फुल टाइम जॉब के साथ बनाई ऐसी स्ट्रेटजी कि बिना कोचिंग सर्जना बन गईं अफसर

IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन सफलता प्रतिशत केवल एक प्रतिशत ही रहती है. इनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करते हैं, लेकिन उसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती है. इसका मुख्य कारण इस परीक्षा की तैयारी की रणनीति के बारे में जानकारी की कमी है.

UPSC परीक्षा को क्रैक करने की रणनीति के बारे में जानने का सबसे अच्छा सोर्स एक IAS अधिकारी की तैयारी के तरीकों के बारे में जानना है. तो यहां हम आपको एक आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के जरिए इस परीक्षा को पास किया.

यूपीएससी की परीक्षा बहुत कठिन होती है. इसलिए ज्यादातर उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग करते हैं. इसके लिए उन्हें लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. उधर, इस परीक्षा को लेकर सर्जना यादव का अलग ही नजरिया था. एक इंटरव्यू में सर्जना ने कहा कि यह उम्मीदवार की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कोचिंग लेना चाहता है या नहीं.

अगर आपको लगता है कि आपके पास पढ़ाई के लिए पर्याप्त सामग्री है और यूपीएससी के लिए आपकी स्ट्रेटजी बेहतर है तो आप सेल्फ स्टडी पर भरोसा करके भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं. वहीं अगर व्यक्ति को लगता है कि वह क्लास के माहौल में बेहतर प्रदर्शन कर पाएगा तो उसे कोचिंग ज्वाइन कर लेनी चाहिए. हालांकि, अगर आप अपनी पढ़ाई के प्रति अनुशासित और ईमानदार हैं, तो सेल्फ स्टडी काफी बेहतर है.

सर्जना यादव ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू किया. अपनी फुल टाइम जॉब के साथ, सर्जना ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की, लेकिन वह पहले दो प्रयासों में सफल नहीं हुई. 

उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा. परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए सर्जना ने 2018 में नौकरी छोड़ दी थी. साल 2019 में उन्होंने सिविल सेवा के इम्तिहान में ऑल इंडिया 126 वीं रैंक हासिल की.

UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों से सर्जना कहती हैं कि अधिक किताबें पढ़ने की जगह उम्मीदवार को सीमित किताबें पढ़नी चाहिए. उम्मीदवार को उन किताबों को बार-बार पढ़ते रहना चाहिए. सर्जना का कहना है कि गूगल पर विषयों की जानकारी, वीडियो और ट्यूटोरियल मिल जाएंगे जिससे आपके मन में एक भी डाउट नहीं रहेगा.

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