CUET-UG, PG 2025 में बदलाव के लिए स्टूडेंट्स, पैरंट्स, टीचर्स से मांगेगे सुझाव, जारी होंगी नई गाइडलान
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CUET-UG, PG 2025 में बदलाव के लिए स्टूडेंट्स, पैरंट्स, टीचर्स से मांगेगे सुझाव, जारी होंगी नई गाइडलान

CUET Admission: यूनिवर्सिटीज को नेशनल लेवल पर एक ही एंट्रेंस एग्जाम अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके, सीयूईटी ने एडमिशन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है.

CUET-UG, PG 2025 में बदलाव के लिए स्टूडेंट्स, पैरंट्स, टीचर्स से मांगेगे सुझाव, जारी होंगी नई गाइडलान

CUET-UG PG 2024 अंडर ग्रेजुएट (यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कोर्सेज में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेस एग्जामिनेशन (सीयूईटी) में एक्सपर्ट कमेटी की समीक्षा के बाद 2025 के वर्जन में कई बदलाव होने की संभावना है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने यह जानकारी दी. यूजीसी ने सीयूईटी-यूजी और पीजी के संचालन की समीक्षा के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी गठित की है. कुमार ने कहा, "बीते सालों में मिली प्रतिक्रिया के आधार पर सीयूईटी देने वाले स्टूडेंट्स के लिए बेहतर, ज्यादा कुशल और अच्छा एनवायरमेंट प्रदान करने के लिए एग्जामिनेशन प्रोसेस में लगातार सुधार करना भी जरूरी है. इसी भावना से यूजीसी ने 2025 के लिए सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी के ऑपरेशन की समीक्षा के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है."

उन्होंने कहा, "समिति ने इसका स्ट्रक्चर, पेपर्स की संख्या, परीक्षा का टाइम, सिलेबस और परिचालन संचालन से जुड़ी जरूरत जैसी परीक्षा के अलग अलग पहलुओं का एनालिसिस किया है. आयोग ने हाल में एक बैठक में इन सिफारिशों पर विचार किया." यूजीसी प्रमुख ने बताया कि आयोग जल्द सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी 2025 आयोजित करने के लिए संशोधित दिशा-निर्देशों की डिटेल देते हुए एक मसौदा प्रस्ताव जारी करेगा, जिसमें स्टूडेंट्स, पैरंट्स, टीचर्स और संस्थानों से प्रतिक्रिया एवं सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे. साल 2022 में परीक्षा के पहले वर्जन में सीयूईटी-यूजी टेक्निकल गड़बड़ियों से ग्रस्त था. साथ ही, एक सब्जेक्ट के लिए कई शिफ्ट में परीक्षा आयोजित किए जाने के कारण रिजल्ट की घोषणा के दौरान नंबरों का नॉर्मलाइजेशन करना पड़ा.

परीक्षा 2024 में पहली बार 'हाइब्रिड मोड' में आयोजित की गई थी. हालांकि, इसे 'लॉजिस्टिक' कारणों का हवाला देते हुए आयोजित होने से एक रात पहले दिल्ली भर में रद्द कर दिया गया था. कुमार ने कहा कि सीयूईटी को यूनिवर्सिटीज में यूजी और पीजी कोर्सेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया को स्टैंडर्डाइज करने की दिशा में एक अहम कदम के तौर पर पेश किया गया था. उन्होंने कहा, "सीयूईटी ने अलग अलग एजुकेशनल बोर्ड और सामाजिक-आर्थिक बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स के लिए समान मौके प्रदान किया है, जिससे सभी उम्मीदवारों के लिए समान मौके सुनिश्चित हुए हैं. पिछले साल, 283 यूनिवर्सिटी ने सीयूईटी को अपनाया और रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स की संख्या 13,47,820 थी."

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कुमार ने कहा, "यूनिवर्सिटीज को नेशनल लेवल पर एक ही एंट्रेंस एग्जाम अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके, सीयूईटी ने एडमिशन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है, अलग-अलग कट-ऑफ पर निर्भरता को कम किया है और एडमिशन प्रक्रिया को पारदर्शी एवं टेक्नोलॉजिकली-ड्रिवन बनाया." यूजीसी प्रमुख ने सोमवार को सीयूईटी-यूजी 2024 में पास होने वाले अलग अलग कॉलेजों के छात्रों के साथ संवाद किया और सीयूईटी-यूजी 2025 में संभावित बदलावों पर चर्चा की.

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