DSP Santosh Patel Success Story: एक इंटरव्यू में संतोष पटेल ने बताया कि उन्होंने 3 अगस्त, 2015 को पढ़ना शुरू किया था और 1 अक्टूबर, 2016 को उनका डीएसपी के लिए फाइनल हो गया.
Trending Photos
Gwalior DSP Santosh Patel: जब मां और बेटा आपस में बात करते हैं तो उसका सबसे सुखद अहसाल अपनी भाषा में बात करने में ही होता है. एक ऐसा ही वीडियो एक डीएसपी बेटे ने शेयर किया है. बेटा पहली बार अपनी वर्दी में मां से मिलने पहुंच गया. मां खेत में घास काट रही थी. फिर दोनों ने अपनी भाषा में बात की. बेटे ने कहा मां से कहते हैं कि अब ये सब तुम क्यों कर रही हो. सारी चीजें तो हैं. मां कहती है कि फिर क्या करूंगी.
डीएसपी संतोष पटेल लोगों के साथ बात करते हुए वीडियो पोस्ट करते हैं. पहली बार उन्होंने अपनी मां के साथ बातचीत का वीडियो शेयर किया है. संतोष पटेल ने फेसबुक पर लिखा कि पांच साल डीएसपी बने हो गए हैं. पहली बार वर्दी में अपनी मां के पास पहुंचा हूं. मां जानवरों के लिए घास काट रही थी. डीएसपी ने यह देखकर मां से कहा कि ये सब क्यों कर रही हैं, अब आराम से रहो, ये काम करने की जरूरत अब नहीं है. जवाब में मां बोली कि हमारी ममता नहीं मानत, अपने बेटन के लिए दो रुपया जोड़त चाहत ही.
डीएसपी संतोष पटेल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले हैं. उनका कहना है कि उन्होंने स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी कॉलेज से इंजीनियरिंग की, लेकिन इंजीनियरिंग के समय अधिक पैसा कमाने की चाहत में उन्होंने पढ़ाई को किनारे कर दिया. यानी पढ़ना ही छोड़ दिया. हालांकि उन्होंने बाद में एक बार फिर पढ़ाई की शुरुआत कर दी.
एक इंटरव्यू में संतोष पटेल ने बताया कि उन्होंने 3 अगस्त, 2015 को पढ़ना शुरू किया था और 1 अक्टूबर, 2016 को उनका डीएसपी के लिए फाइनल हो गया. संतोष कोचिंग के चक्कर में नहीं पड़े उन्होंने सेल्फ स्टडी की. उन्होंने बताया कि पीएससी की तैयारी के दौरान उन्होंने मेन्स की ही पढ़ाई की. यही उनका टार्गेट था. उन्होंने प्रीलिम्स पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. मेन्स अपने आप में बड़ी परीक्षा है. इसकी तैयारी शुरू से करनी पड़ती है. नोट्स लिखकर बनाने होंगे, तभी इसे पास करना संभव है. परीक्षा में सवाल न छूटें, इसका विशेष ध्यान रखना होगा.
नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे