Sunil Mittal Meeting With PM Modi: साल 2018 में सुनील मित्तल GSMA के चेयरमैन थे. उस दौरान वह पीएम मोदी से मिलने के लिए जाते थे. इसी मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री से अपनी बात रखी थी.
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Bharti Airtel Share Price: रिलायंस जियो (Reliance Jio) की साल 2016 में शुरुआत के बाद टेलीकॉम कंपनियों के लिए चैलेंज बढ़ गया था. जियो की तरफ से फ्री कॉलिंग और फ्री डाटा ऑफर किये जाने के बाद छोटी टेलीकॉम कंपनियों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया. एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियों को जियो की टक्कर पर प्लान लॉन्च करने पड़े. इससे कंपनियों का घाटा बढ़ता गया. इकोनॉमिक टाइम्स से बातचीत में एयरटेल के फाउंडर सुनील भारती मित्तल ने बताया कि साल 2018 की बात है उस समय कंपनी अस्तित्व के संकट का सामना कर रही थी. लेकिन सितंबर 2018 में पीएम मोदी के साथ हुई एक मुलाकात एयरटेल के लिए अहम साबित हुई.
रिलायंस जियो से मिल रही थी चुनौती
मित्तल ने ईटी को बताया कि एयरटेल उस समय बाजार में आई नई कंपनी रिलायंस जियो की तरफ से दी जाने वाली फ्री वॉयस और डेटा सर्विस और टेलीकॉम रेग्युलेटरी के कई फैसलों से जूझ रहा था. सुनील भारती मित्तल ने बताया कि सितंबर 2018 में मैं प्रधानमंत्री से मिलने गया था. मैं उस समय भी GSMA का चेयरमैन था...उसी समय इंटरनेशनल चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन के पद से हटा था, वहां पर मैं कभी-कभी प्रधानमंत्री जी को WTO, G20 और दूसरे मामलों पर जानकारी देता था.
पीएम ने कहा था, सरकार किसी की तरफ नहीं झुकेगी...
उन्होंने ईटी को बताया इस मुलाकात के दौरान ही मैंने उनसे हिम्मत करके इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री पर बात करने की परमिशन मांग ली. मैंने उनसे बताया कि चीजें बहुत खराब चल रही हैं और हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं. पीएम मोदी के साथ हुई मीटिंग को याद करते हुए उन्होंने बताया उस दौरान हम दोनों ने हिंदी में बात की थी. इस मित्तल ने टेलीकॉम इंडस्ट्री पर चर्चा करते हुए अपनी कंपनी की हालत बयां करते हुए कहा था 'मैं बाजार में लड़ूंगा, लेकिन मैं सरकार से नहीं लड़ सकता.' इस पर 'उन्होंने (पीएम मोदी) मुझसे कहा कि सरकार किसी की भी तरफ नहीं झुकेगी. देश के लिए जो अच्छा होगा वह किया जाएगा. आप बाजार में लड़ें. उस पर मेरा कोई विचार नहीं है. लेकिन यह तय है कि सरकार किसी का पक्ष नहीं लेगी.' मित्तल ने कहा, मैं वहां से उठा और उन्हें धन्यवाद किया. यह मेरे और कंपनी के लिए काफी था...यही एयरटेल के लिए निर्णायक मोड़ रहा.
मार्केट कैप बढ़कर 100 बिलियन डॉलर के पार
आपको बता दें 27 मई को एयरटेल का मार्केट कैप बढ़कर 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया. मित्तल ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी के साथ हुई उस मीटिंग से जबरदस्त एनर्जी और इंस्पिरेशन मिली. कई बार आपको इंस्पिरेशन की जरूरत होती है. मुझे प्रधामंत्री जी की तरफ से इसकी जरूरत थी. प्रधानमंत्री की तरफ से इस दौरान मुझे विशेष संदेश दिया गया, वो था बाजार में लड़ो. मित्तल ने बताया इसके बाद मैंने उन नियमों पर काम करना शुरू कर दिया, जिनके बारे में उनका मानना था कि ये एयरटेल के लिए अच्छे नहीं हैं.
5 साल में पांच गुना हुआ मार्केट कैप
साल 2019 में एयरटेल का मार्केट कैप करीब 19 बिलियन डॉलर था. उस समय यह कंपनी में किये गए निवेश से भी कम था. लेकिन पिछले पांच साल में एयरटेल के मार्केट कैप में 80 अरब डॉलर से भी ज्यादा का इजाफा हुआ. एक दिन पहले बुधवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में भारती एयरटेल का शेयर मामूली गिरावट के बाद 1377 रुपये पर बंद हुआ था. शेयर का 52 हफ्ते का हाई लेवल 1,407 रुपये और लो लेवल 818 रुपये है.