Public Sector Banks: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से कॉरपोरेट गर्वनेंस (Corporate Governance) मजबूत करते हुए प्रतिकूल वैश्विक गतिविधियों के मद्देनजर अतिरिक्त सावधान और सतर्क रहने के लिए कहा है. आरबीआई गवर्नर ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों (PSB) और प्राइवेट सेक्टर के चुनिंदा बैंकों के प्रबंध निदेशकों (MD) और मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (CEO) के साथ बैठक में यह बात कही.
अतिरिक्त सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत
केंद्रीय बैंक के बयान के अनुसार दास ने अपने संबोधन में विभिन्न प्रतिकूल वैश्विक गतिविधियों के बावजूद इंडियन बैंकिंग सिस्टम के अच्छे प्रदर्शन का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में बैंकों को अतिरिक्त सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है. बयान में कहा गया 'गवर्नर ने बैंकों के प्रबंध निदेशक (Managing Director)
और सीईओ (CEO) से बैंकों में संचालन व्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान देने के लिए कहा. साथ ही बैंक स्थिरता के लिये अनुपालन, जोखिम प्रबंधन तथा लेखा परीक्षण पर ध्यान देने की जरूरत बताई.’
बैठक में डिप्टी गवर्नर- एम राजेश्वर राव और स्वामीनाथन जे के साथ-साथ आरबीआई (RBI) के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. दूसरी तरफ आरबीआई (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि केंद्रीय बैंक का लक्ष्य 2023 के अंत तक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) यानी ई-रुपये के लेनदेन को बढ़ाकर 10 लाख प्रतिदिन करने का है. फिलहाल ई-रुपये में लेनदेन का आंकड़ा 5,000 से 10,000 प्रतिदिन है. रवि शंकर ने कहा कि जून, 2023 की एमपीसी (MPC) में घोषित यूपीआई सिस्टम के साथ सीबीडीसी (CBDC) का अंतर-परिचालन जुलाई के अंत तक वास्तविकता बन जाएगा.