Rakesh Jhunjhunwala Portfolio: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक और बिग बुल (Big Bull) अब हमारे बीच नहीं रहे. लेकिन, आज ही नहीं, सदियों तक उनका नाम शेयर बाजार के निवेशकों के बीच आदर्श के रूप में लिया जाएगा. दरअसल, वो अकेले ऐसे शख्स थे, जिन पर शेयर बाजार के निवेशकों को पूरा भरोसा था. बिगबुल के पोर्टफोलियो को देख कर निवेशक आगे की प्लानिंग करते थे. लोगों का मानना था कि वो जिस शेयर में हाथ लगाते वो सोना बन जाता था. दरअसल, बिग बुल के निवेश का एक सीक्रेट मंत्र (Investment Mantra) था, जो उन्हें हमेशा ही मुनाफे की तरफ ले जाता था? राकेश झुनझुनवाला ने खुद एक इवेंट के दौरान इसका खुलासा किया था. आइये जानते हैं कि वो शेयर कैसे चुनते थे, कैसे कमाई के लिए शेयर परफेक्ट बन जाते थे. अगर आपने उनके नियमों को फॉलो कर लिया तब आप भी शेयर मार्केट के सोना बन सकते हैं.
राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) इंडियन स्टॉक मार्केट की चाल और फ्चूयर सेंटीमेंट्स को लेकर अक्सर मानते थे कि बाजार में कितनी बड़ी गिरावट क्यों ना आ जाए लेकिन कॉरपोरेट इंडिया काफी ऑप्टिमिस्टिक है. हम दूसरे देशों की तुलना में काफी मजबूत होने जा रहे हैं. आगे चलकर हम मार्केट में भी दुनिया पर लीड करेंगे. इसलिए बाजार में बने रहना जरूरी है. घबराहट में बाजार से दूर न भागें, डटकर मुकाबला करने की क्षमता रखें. शेयर बाजार पर भरोसा रखने वाले ही यहां लंबा खेल सकते हैं.
झुनझुनवाला ने कहा था निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि मार्केट कैसे और किन चीजों पर रिएक्ट करता है. यह झूठ है कि बाजार नॉन रियल फैक्टर पर आधारित है. लंबी अवधि में बाजार जरूर दौड़ लगाएंगे. कोरोना वायरस कुछ समय के लिए कंपनियों के कामकाज पर असर डाला. लेकिन, जैसे ही परिस्थितियां ठीक होंगी कंपनी के हालत भी सुधर जाएंगे. ऐसे में निवेशक के पास अगले 10 साल तक मौका है. उनका मानना था कि कोरोना जैसी महामारी या ऐसी परिस्थितियों में लंबी लड़ाई जैसी है, लेकिन जीत निश्चित होती है.
राकेश झुनझुनवाला अपने शेयर्स कैसे चुनते थे? इसके बारे में उन्होंने खुद एक इवेंट में बताया था. झुनझुनवाला के इस मंत्र को निवेशक सही तरीके से इस्तेमाल करें तो वो भी मुनाफा कमा सकते हैं. झुनझुनवाला के मुताबिक, वो ‘3F’ के सिद्धांत पर निवेश करते थे. फेयर वैल्यू, फंडामेंटल और फ्यूचर प्रॉस्पेक्ट.
प्रॉफिट की बात करें तो शेयर की कीमत अच्छी हो या सस्ते वैल्यूएशंस पर मिल रहा हो तो बहुत बढ़िया है. वहीं, कंपनी के फंडामेंटल मजबूत होने चाहिए. इसके अलावा कंपनी का फ्यूचर प्लान क्या है, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. अगर किसी कंपनी के पास यह तीनों फैक्टर हैं तो निवेश डूबेगा नहीं. झुनझुनवाला ने कहा था कि उन्होंने बाजार में इस सिद्धांत के साथ 1985 से निवेश किया और नतीजा सबके सामने है.
झुनझुनवाला के अनुसार, इकोनॉमिक शक्तियों में भारत चमकेगा. देश की विकास दर (GDP) 10 फीसदी से ऊपर आएगी. होटल इंडस्ट्री और एविएशन सेक्टर ने काफी उतार-चढ़ाव देखा है. दोनों सेक्टर के कारोबार में बड़ी सुस्ती है. लेकिन, आने वाले दिन इन दोनों सेक्टर्स के हैं. इन सेक्टर्स में जबरदस्त तेजी दिखाई देगी. यही वजह थी कि खुद झुनझुनवाला ने भी एविएशन सेक्टर में Akasa Air के जरिए कदम रखा था. हालांकि, अकासा की उड़ान भरने से पहले ही झुनझुनवाला ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
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