क्या बजट से पहले कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें क्या बोले पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी
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क्या बजट से पहले कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें क्या बोले पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

Hardeep Singh Puri On Fuel Price: देश में पिछले 15 महीनों से तेल कंपनियों ने तेल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की है जिसको लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कीमतों को कम करने की अपील की है.

Hardeep Singh Puri

Hardeep Singh Puri On Fuel Price: देश में पिछले 15 महीनों से तेल कंपनियों ने तेल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की है जिसको लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कीमतों को कम करने की अपील की है. हालांकि पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी को ऐसा होने की उम्मीद बहुत कम ही नजर आ रही है. वाराणसी के एक कार्यक्रम में पहुंचे हरदीप सिंह पुरी ने तेल कंपनियों से तेल अनुरोध करते हुए कहा कि अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें स्थिर हैं और कंपनियों की अंडर-रिकवरी बंद हो गई हो तो भारत में भी तेल की कीमतों को घटाना चाहिये.

  1. तेल की कीमतों में जल्द नहीं होगी कटौती
  2. 21,201 करोड़ के घाटे को निपटा रही हैं तेल कंपनियां

तेल की कीमतों में जल्द नहीं होगी कटौती

इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकारों से पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट कम नहीं करने को लेकर भी निराशा जताई है. हालांकि हरदीप सिंह पुरी को बजट से पहले या निकट भविष्य में तेल की कीमतों में कटौती होती नजर नहीं आ रही है. हरदीप सिंह पुरी का मानना है कि सार्वजनिक तेल कंपनियों के पिछले घाटे को देखते हुए पेट्रोल की कीमतों में जल्द कटौती होने की उम्मीद नहीं है. लागत के अनुरूप कीमतें नहीं बढ़ने से पब्लिक सेक्टर की तीनों तेल कंपनियों- आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. 

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें गिरने से कंपनियों पर दबाव कुछ कम हुआ है लेकिन उन्होंने पिछले नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की है. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद कच्चे तेल के दाम में आए उछाल के बावजूद तेल कंपनियों ने जिम्मेदार आचरण किया और खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की, लेकिन ऊंचे दाम पर कच्चा तेल खरीदने से उनकी लागत बढ़ गई.

21,201 करोड़ के घाटे को निपटा रही हैं तेल कंपनियां

उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि नुकसान की भरपाई हो जाने पर कीमतें कम हो जानी चाहिए. हमने उन्हें कीमतें स्थिर रखने को नहीं कहा था. उन्होंने खुद ही यह फैसला किया था. कीमतें स्थिर रखने से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इन कंपनियों को कुल 21,201.18 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. अभी इस नुकसान की भरपाई होनी बाकी है.' 

जून 2022 के अंत में उन्हें एक लीटर पेट्रोल पर 17.4 रुपये और डीजल पर 27.2 रुपये प्रति लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा था. हालांकि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने छह अप्रैल, 2022 को अंतिम बार पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें संशोधित की थीं.

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