Nepal India Relations: नेपाल पिछले कुछ सालों से बरसात के मौसम में भारत को सरप्लस बिजली सप्लाई कर रहा है. चालू वित्तीय वर्ष के पहले पांच महीनों के दौरान नेपाल ने लगभग 815 करोड़ रुपये कमाए.
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India Nepal Trade: पड़ोसी देश नेपाल कुछ महीनों से जमकर भारत को बिजली सप्लाई कर रहा है. नेपाल विद्युत प्राधिकरण (NE) के मुताबिक, चालू वित्तीय वर्ष के पहले पांच महीनों के दौरान नेपाल ने 13 बिलियन नेपाली रुपये यानी लगभग 815 करोड़ भारतीय रुपये की बिजली निर्यात की है. एनईए के प्रवक्ता चंदन घोष ने कहा है कि नेपाल पिछले कुछ सालों से बरसात के मौसम में भारत को सरप्लस बिजली सप्लाई कर रहा है.
एनईए के अधिकारियों के अनुसार, इन पांच महीनों में भारत को निर्यात की गई बिजली की औसत दर 7.39 नेपाली रुपये यानी लगभग 4.63 भारतीय रुपये प्रति यूनिट है. नेपाल द्विपक्षीय मीडियम टर्म पावर सेल्स एग्रीमेंट के तहत भारत को डेली एनर्जी एक्सचेंज और रियल टाइम मार्केट दामों पर हरियाणा और बिहार को बिजली बेचता है.
सभी लेनदेन भारतीय करेंसी में
इसी एग्रीमेंट के तहत बेचे गए बिजली से नेपाल ने लगभग 815 करोड़ रुपये कमाए. ये सभी लेनदेन भारतीय करेंसी में हुए. चंदन घोष ने आगे बताया है कि हालांकि, सर्दियों के आगमन के साथ शुष्क मौसम आ गया है, इसलिए नेपाल ने अब निर्यात बंद कर दिया है. अब नेपाल, भारत से बिजली आयात करना शुरू कर दिया है.
वर्तमान में नेपाल अपनी घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत से 300 मेगावाट बिजली आयात करता है. नेपाल में अधिकांश बिजली घर रन-ऑफ-रिवर प्रकार के हैं, जिन्हें मौसमी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है.
941 मेगावाट बिजली को भारतीय बाजार में बेचने की मंजूरी
NE अधिकारियों के अनुसार, नेपाल इस साल भारत को अधिक बिजली निर्यात करने की योजना बना रहा था, लेकिन सितंबर में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 456 मेगावाट की तमाकोशी हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को पहुंचे नुकसान की वजह से वह ऐसा नहीं कर सका.
उन्होंने आगे कहा कि जैसे-जैसे नदियों में पानी का फ्लो बढ़ेगा, बिजली सप्लाई फिर से शुरू हो जाएगा. इस साल से नेपाल ने भारत के ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली निर्यात करना शुरू कर दिया है. बिजली बिक्री समझौतों के तहत नेपाल को अब तक 28 परियोजनाओं से तैयार 941 मेगावाट बिजली को भारतीय बाजार में बेचने की मंजूरी मिल चुकी है.